कटिहार. महाकाल सेना की निर्णायक समिति सदस्यों की एक बैठक हुई. बैठक में महाकाल सेना के शिवानंद सिंह और पप्पू सिंह ने महाकाल सेना के संगठनात्मक विषयों पर विचार करने के उपरांत महाकाल सेना के द्वारा सीमावर्ती क्षेत्र कटिहार, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया मुख्य रूप से बांग्लादेशियों का अतिक्रमण विषय पर चर्चा किया गया. सरकार से निवेदन की गई कि इस विषय को गंभीरता से लेते हुए कठोर कदम उठाये. ताकि भविष्य में आने वाले विषम परिस्थितियों को अभी ही समाप्त किया जा सके. इस अवसर पर महाकाल सेना के शिवानंद और पप्पू सिंह ने बताया कि खास करके देखा जा रहा है कि कटिहार, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज जैसे जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या अत्यधिक होती जा रही है. वह हम मूल भारतीयों का अधिकार एवं संसाधन का उपयोग कर हमें अपने ही देश में अपने मूलभूत संसाधनों से दूर कर रहे हैं. उनकी जनसंख्या बड़े तादाद में बढ़ रही है. जो कि भविष्य के लिए एक खतरे का संदेश है. महाकाल सेवा के संजय झा ने कहा कि स्थानीय एवं केंद्रीय सरकार को इस समस्या को संज्ञान में लेते हुए जो भी कम हो अति शीघ्र उठाना चाहिए था. उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के मांग का समर्थन करते हैं. लेकिन उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश बनकर ही इस समस्या को समाधान किया जा सकता है. बैठक में महाकाल सेना के संजय कुमार मेहता, श्याम, रतन, चंदन कुमार सिंह, संजय झा, अमित कुमार गुप्ता, मनन उर्फ दिलीप कुमार, राजीव कुमार सिंह, राजीव कुमार चंद्रवंशी, अजीत पांडे, अजय पासवान व अन्य उपस्थित हुए.
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