कटिहार. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है. इस बात को वह पहले भी कई बार कह चुके है. अगस्त व सितंबर में आयी बाढ़ में बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए है. राज्य 7.50 लाख प्रभावित परिवार को 7000 रुपये प्रति परिवार की दर से अनुग्रह अनुदान (जीआर) राशि भेजी गयी है. प्रभावित परिवार के खाते में 532 करोड़ की राशि खाते में भेजी गयी है. कटिहार जिले में भी 66000 प्रभावित परिवारों के बीच 46 करोड़ की राशि भेजी गयी है. जिले के बरारी प्रखंड अंतर्गत बीएम कॉलेज के मैदान में बंदोबस्त प्रमाण पत्र व योजनाओं का लाभ वितरण तथा विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि बाढ़ से किसानों की फसल को भी क्षति पहुंची है. इसलिए संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि फसलों के क्षति का आकलन कर दिवाली से पहले मुआवजा की राशि भुगतान करें. मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों की मांग पर कहा कि बरारी प्रखंड के दियरा धार के नजदीक पुल का निर्माण को लेकर विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आमलोगों के दुख-तकलीफ के साथ है. और समस्याओं को समाप्त करने की दिशा में काम कर रही है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 से पहले जिसकी भी सरकार थी. ऐसी सुविधा लोगों को नहीं मिलती थी. जब 2005 में हम आये, तब लोगों को सुविधा मिलने लगी. पूर्ववर्ती राज्य का बजट भी सब लोगों को मालूम है. वर्तमान में 2.82 करोड़ का बजट बिहार का है. इसलिए सभी वर्ग एवं समुदाय के विकास के प्रति राज्य सरकार चिंतित रहती है. उसके लिए काम कर रही है. महिलाओं के उत्थान के लिए कई तरह से कार्य किया जा रहा है. हर समुदाय एवं वर्ग के लड़का-लड़की को भी कई तरह की सुविधा दी जा रही है. पहले हिंदू और मुसलमान आपस में लड़ते थे. लेकिन अब इस तरह की बातें नहीं होती है. दोनों समुदाय अब मिलजुल रहते है. आमलोगों से मुखातिब होते हुए उन्होंने यह स्वीकार किया कि गलती से वह दो बार उनके साथ (महागठबंधन) चले गये थे. लेकिन अब वह गलती नहीं करेंगे. अब जहां है, वहीं रहेंगे. इधर, कार्यक्रम में आमंत्रित बलरामपुर विधानसभा के विधायक महबूब आलम को उस वक्त रोक दिया, जब वह मुख्यमंत्री से मिलने वीआइपी गेट की ओर जा रहे थे. इसके बाद विधायक गंगा दार्जलिंग सड़क की वीआईपी गेट के सामने धरना पर बैठ गये. 5000 से अधिक बाढ़ से विस्थापित परिवारों को दिया गया वासगीत पर्चा सीएम ने कहा कि यह खुशी की बात है कि राज्य सरकार की नीतियों व पहल पर बरारी व कुरसेला के 5000 से अधिक कटाव पीड़ित परिवारों को बंदोबस्ती कर भूमि दी गयी है. साथ ही 400 करोड़ से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह की जीविका दीदी को 150 करोड़ की सहायता राशि दी गयी है. सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत 900 परिवारों को रोजगार के लिए चार करोड़ की राशि दी जा रही है. उन्होंने कहा कि समेली व अन्य प्रखंड सह अंचल कार्यालय का भवन नहीं बना है. उसके लिए विभाग के अधिकारियों को जरूरी कदम उठाने के लिए निर्देशित किया गया है. आधारभूत संरचना को बेहतर किया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि कटिहार उनका कई बार आना-जाना हुआ है. इसलिए यहां की समस्याओं से वह अवगत है तथा उन समस्याओं के समाधान को लेकर लगातार प्रयासरत रहे है. उन्होंने कहा कि छह दिसंबर 2022 को मनिहारी के बाघमारा में गंगा के कटाव का निरीक्षण करने आये थे. इसके बाद समाधान यात्रा के दौरान पांच जनवरी 2023 को भी कटिहार आये थे. उन्हें जानकारी दी गयी थी कि गंगा व कोसी से कटाव पीड़ित परिवार काफी मुश्किल में है. तब उनके पुनर्वास को लेकर इस तरह की पहल की गयी है. इस अवसर पर स्थानीय विधायक विजय कुमार सिंह व डीएम मनेश कुमार मीणा ने मुख्यमंत्री व अन्य अतिथियों का स्वागत किया.
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