कटिहार. बिहार चिकित्सा व जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले शनिवार को स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी 17 सूत्री मांगों को लेकर सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन का नेतृत्व जिला संयोजक सह प्रमंडलीय मंत्री सुभाष चंद्र महतो ने किया. अपनी मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद करते हुए स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपने 17 सूत्री मांगों का ज्ञापन सिविल सर्जन के माध्यम से अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग को सौंपा. प्रमंडलीय मंत्री सुभाष चंद्र महतो ने कहा कि हमारी 17 सूत्री मांगे हैं. जिसमें हमारी मांगे है की आठवां वेतन पुनरीक्षण समिति का गठन किया जाय, ठेका संविदा की बहाली पर रोक लगायी जाय, राज्य में स्वास्थ्य विभाग के अन्तर्गत सभी स्वीकृत रिक्त पदों को नियमित बहाली के माध्यम से भरा जाय, नियमित कर्मचारियों, संविदा पर कार्यरत कर्मियों का वेतन/मानदेय माह के अंतिम तिथि को भुगतान कराना सुनिश्चित किया जाये. वेतन भुगतान के लिए ससमय पर्याप्त आवंटन उपलब्ध कराना सुनिश्वित किया जाय, राज्य के विभिन्न संस्थानों में कार्यरत फार्मासिस्टों से ड्रग एण्ड कॉस्मेटिक ऐक्ट शिड्यूल के प्रावधानों के तहत ही कार्य लिया जाय. राज्य सम्वर्ग के कर्मियों के अवकाश यथा-उपार्जित अवकाश, मातृत्व अवकाश, शिशु देखभाल अवकाश सहित अन्य अवकाशों के निदेशालय स्तर पर स्वीकृति की प्रक्रिया में अनावश्यक रूप से विलंबित करने की कार्रवाई पर रोक लगायी जाये. राज्य आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ की विगत हड़ताल के दौरान सरकार से हुए समझौते का कार्यान्वयन अविलम्ब किया जाय. आशा, ममता एवं वैक्सीन कुरियर जैसे स्कीम वर्करों को सरकारी सेवक घोषित किया जाय. सरकारी सेवक घोषित होने तक न्यूनतम वैधानिक मजदूरी रुपये 26000 रु का भुगतान किया जाय. नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों के लिए स्मार्टफोन से फेस सिकनोरोजियम अटेंडेंस सिस्टम फ्रास के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करने के आदेश को अविलंब निरस्त किया जाए आदि मांगे शामिल है. इस अवसर पर शैलेंद्र पांडे विनय सिंह, अशोक कुमार, रामेश्वर उरांव, दौलत राम, बंकेश मीना, लता चक्रवर्ती, अंशिला कैस, पिंकी कुमारी, पिनाकी सरकार, राजेश सिंह, भगवान झा, विक्रम सिंह, नीतू सिंह, रामानंद यादव आदि उपस्थित थे.
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