चिकित्सा पदाधिकारी व स्वास्थ्य कर्मी की छुट्टी 30 तक रद्द: डीएम
कटिहार : स्वास्थ्य विभाग ने कोविड 19 के बढ़ते प्रकोप एवं निरंतर स्वास्थ्य प्रबंधन को देखते हुए चिकित्सा विभाग के सभी स्तर के कर्मियों के 31 मार्च तक रद्द किये गये अवकाश की अवधि को 30 अप्रैल तक विस्तारित किया है. इस बाबत जिलाधिकारी कंवल तनुज ने असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को […]
कटिहार : स्वास्थ्य विभाग ने कोविड 19 के बढ़ते प्रकोप एवं निरंतर स्वास्थ्य प्रबंधन को देखते हुए चिकित्सा विभाग के सभी स्तर के कर्मियों के 31 मार्च तक रद्द किये गये अवकाश की अवधि को 30 अप्रैल तक विस्तारित किया है. इस बाबत जिलाधिकारी कंवल तनुज ने असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को आदेश दिया है कि जिलान्तर्गत सभी चिकित्सा पदाधिकारियों, संविदा नियोजित सहित (चिकित्सा पदाधिकारी से लेकर प्राचार्य, अधीक्षक, अस्पताल, सभी स्वास्थ्य कर्मियों, संविदा नियोजित सहित) यथा स्वास्थ्य प्रशिक्षक, पारा मेडिकल्स, जीएनएम, एएनएम, शल्य कक्ष सहायक, लैब टेक्नीशियत, सभी चतुर्थ वर्गीय कर्मी आदि का सभी प्रकार के अवकाश (अध्ययन अवकाश एवं मातृत्व अवकाश को छोड़कर) रद्द करने की अवधि 30 अप्रैल तक विस्तारित किया जाता है. साथ ही यह भी निदेश दिया की है कि सभी संबंधित कर्मी कर्तव्य पर उपस्थित रहकर दायित्व निर्वहन करना सुनिश्चित करेंगे. इस कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता, लापरवाही को गम्भीरता से लिया जायेगा और संबंधित के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी. डीएम ने असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को यह भी निदेश दिया है कि सदर अस्पताल, अनुमण्डलीय अस्पताल, रेफरल अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केन्द्र में अन्य दवाओं के साथ कोविड-19 (कोरोना वायरस) के उपचार से सम्बंधित किट्स आदि की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे.
ईट भट्टा के भीतर मजदूरों को काम करने की मिली छूट, डीएम ने जारी किया आदेशकटिहार. कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए आपातकालीन प्रबंधन समूह की बैठक में लिये गये निर्णय के आलोक में कटिहार जिलान्तर्गत ईंट भट्ठा को चालू रखने की अनुमति कुछ शर्तों के अधीन प्रदान की गयी है.इस आशय से संबंधित एक आदेश जिलाधिकारी कंवल तनुज की ओर से जारी की गयी है. डीएम की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि ईट भद्ठा में कार्य के दौरान सोशल डिस्टेंडिंग का पालन कराया जाना अनिवार्य होगा. किन्हीं भी दो व्यक्तियों या मजदूरों के बीच एक मीटर से अधिक दूरी रहना अनिवार्य है. भट्ठा में कार्यरत मजदूरों की स्वास्थ्य सुविधाओं का पूर्ण ख्याल रखना अनिवार्य है. कार्यरत मजदूरों के खान-पान एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए लॉक डाउन की अवधि में उन्हें ईट भट्ठा से बाहर अपने निवास स्थलों या गांव में जाने की इजाजत नहीं दी जायेगी. इसके साथ ही लॉक डाउन अवधि में किसी व्यक्ति या मजदूरों को बाहर से आने व कार्य करने की अनुमति नहीं होगी. कार्य स्थल पर कार्यरत मजदूरों के लिए हैंड सेनेटाइजर व हैंडवाश इत्यादि की व्यवस्था अनिवार्य रहेगी. सभी अनुमण्डल पदाधिकारी व सभी अंचलाधिकारी नियमित निरीक्षण करते हुए यह सुनिश्चित करेंगे कि उपर्युक्त शर्तों का अनुपालन किया जाय. निरीक्षी पदाधिकारी द्वारा निरीक्षण के क्रम में उपर्युक्त शर्तों के उल्लंघन यदि प्रकाश में आता हैं तो कार्रवाई करने के पूर्व विधिवत फोटोग्राफी, साक्ष्य इत्यादि एकत्रित करेंगे. तदुपरांत कृत कार्रवाई के संबंध में उन्हें को प्रतिवेदित करेंगे.
महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई के लिए शिक्षक संघ ने की अनूठी पहल, शिक्षक से संपर्क कर पढ़ाई में ले सकते है सहयोगकटिहार. कोरोना ने सम्पूर्ण मानव जाति के अस्तित्व पर अबतक का सबसे दुरूह प्रहार किया है. वैश्विक आपातकाल की इस घड़ी में मानवता पर अभूतपूर्व संकट आया हुआ है और भारत भी इस महामारी से बचाव के लिए संघर्ष कर रहा है. बिहार राज्य में भी स्थिति असामान्य है और लॉक-डाउन लगा है. इसकी वजह से महाविद्यालयों में पठन-पाठन नहीं हो रहा है. इस परिस्थिति विश्वविद्यालय के शिक्षक छात्र छात्राओं के हितों को ध्यान में रखते हुए पठन-पाठन में यथा संभव योगदान व्हाट्सएप, लाइव लेक्चर और व्यक्तिगत सहयोग से कर रहें है. पूर्णिया विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के महासचिव प्रो विनोद कुमार ओझा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि संघ से जुड़े शिक्षक शिक्षक अलग-अलग ग्रुप बनाकर आवश्यकतानुसार विद्यार्थियों को शिक्षित करने का कार्य कर रहे है और छात्र छात्राओं के शंका समाधान का प्रयास भी कर रहें है. उन्होंने यह भी कहा कि लॉक-डाउन की अवधि में कतिपय कारणों या सूचना की कमी से लाभान्वित होने वाले छात्रों की संख्या अपेक्षा के अनुरुप नहीं है. ऐसी परिस्थिति में शिक्षक संघ ने विद्यार्थी हित में हेल्पलाइन नम्बर जारी करने का निर्णय लिया है. प्रो ओझा ने कहा कि पूर्णिया विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थियों इस अवधि में शैक्षणिक कार्यों के लिए अपने शिक्षकों को संपर्क करें. यदि शिक्षक के मोबाइल नंबर नही है तो अपने महाविद्यलय के वेबसाइट से प्राप्त करें अथवा संघ के हेल्पलाइन नंबर पर बात कर प्राप्त करें. बात करते समय अपना परिचय, वर्ग, विषय, महाविद्यलय अवश्य बताएं. उन्होंने बताया कि संक्रमण के इस काल में शिक्षक संघ कोरोना से संघर्ष करनेवाले डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मियों, वैज्ञानिकों, पुलिसकर्मियों, प्रशासन, मीडिया के बन्धुओं, समाजसेवियों और अन्य संसाधन वाहकों के योगदान को नमन करता है और देश और समाजहित में अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है.
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केंद्रीय विद्यालय में बच्चों को उपलब्ध करा रही है शैक्षणिक सामग्रीकटिहार. कोरोना वायरस से व्याप्त महामारी के कारण केंद्रीय विद्यालय में छुट्टी चल रही है. विद्यालय के सभी शिक्षक घर पर रहकर विद्यालय का कार्य कर रहे है. बच्चों को शैक्षिक कार्य प्रभावित नहीं हो. इसके लिए शिक्षक घर पर रहकर प्रतिदिन प्रत्येक विषय का वीडियो, पीडीफ तथा अन्य शैक्षिक सामग्री बना कर बच्चों को भेज रहे है. केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य डॉ आनंद प्रकाश ने बताया कि इन सारी शैक्षिक सामग्रियों को विद्यालय के वेबसाइट पर भी अपलोड किया जा रहा है. ताकि छात्र छात्राओं की पढाई बाधित नहीं हो सके. उन्होंने बच्चों से अनुरोध किया है कि किसी भी कीमत पर घर से बाहर न निकलें. सामजिक दूरी का पालन करें.