Indian Railways: कटिहार रेल मंडल के न्यू जलपाइगुड़ी के पोस्टेड कोचिंग सुपरवाइजर ने टिकट बिक्री में करोड़ों रुपये की गबन की है. जिसकी जानकारी होते ही कटिहार डीआरएम ने आरोपित को निलंबित कर जांच के आदेश दिये हैं. फिलहाल जांच में 14 लाख रुपये की गबन की बात सामने आयी है. यह राशि करोड़ों में भी हो सकती है.
रेलवे टिकट की राशि के गबन का मामला
कटिहार रेल मंडल के न्यू जलपाइगुड़ी जंक्शन में पोस्टेड कोचिंग सुपरवाइजर जिन पर स्टेशन में प्रतिदिन रेलवे टिकट बिक्री के बाद प्राप्त राशि को बैंक में जमा कर संबंधित बैंक के कागजात रेलवे कार्यालय में जमा करना होता है. इस कार्य अवधि में पिछले कई सालों से इस पद पर तैनात रेलवे अधिकारी अनीश सरकार प्रति महीना में कई दिनों के कागज बैंक में बगैर रुपये जमा किये निजी तौर पर फर्जी तरीके से बनाकर कार्यालय में जमा करता रहा है. सूत्रों की माने तो प्रारंभिक जांच में करीब दो करोड़ से अधिक राशि गबन की बात सामने आयी है.
कोचिंग सुपरवाइजर सस्पेंड
हालांकि, रेलवे सूत्र की माने तो छह से सात करोड़ रुपये गबन की आशंका जताया जा रही है. फिलहाल कटिहार डीआरएम सुरेंद्र कुमार के संज्ञान में मामला आते ही उनके निर्देश पर पोस्टेड कोचिंग सुपरवाइजर को सस्पेंड कर दिया गया है व मामले को लेकर एक जांच टीम का गठन किया गया है.
कहते हैं सीनियर डीसीएम
मामले पर गंभीरता से जांच शुरू कर दिया गया है. प्रारंभिक जांच पूरा होते ही रेलवे के नियम अनुसार कार्रवाई की जायेगी. फिलहाल संबंधित अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है. इसमें और किसी कर्मी या अधिकारियों की भूमिका पर जांच की जा रही है. जांच में अब तक 14 लाख रुपये की गबन की बात सामने आयी है. बैंक स्टेटमेंट के बाद ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि कितने रुपये का गबन हुआ है. राशि का आंकड़ा लाख से करोड़ों में जा सकता है.
धीरेंद्र चंद्र कालित, सीनियर डीसीएम, कटिहार रेल मंडल