कटिहार. प्रमाण पत्र के नाम पर वर्षों से चली आ रही बिचौलिया प्रथा पर अब कॉलेजों में पूरी तरीके से रोक लगेगा. आसपास के हों या दूर दराज के छात्र अब तय शुल्क से अधिक राशि खर्च नहीं करना पड़ेगा. साथ ही आज नहीं कल मिलेगा के कर्मियों के बहाने पर भी पूरी तरह से रोक लग गया. ऐसा इसलिए कि धीरे- धीरे ही सही कॉलेज के तंत्र में सुधार किया जा रहा है. कल तक जिन छात्रों को ऑफलाइन सीएलसी, टेस्टोमोनियल प्रमाण पत्र उपलब्ध हो पाता था. अब ऑनलाइन व्यवस्था के तहत कम समय में ही उपलब्ध हो जायेगा. केबी झा कॉलेज के बाद अब डीएस कॉलेज में भी सोमवार से इंटर छात्रों का ऑनलाइन सीएलसी व टेस्टोमोनियल प्रमाण पत्र देने की शुरूआत कर दी गयी. डीएस कॉलेज के प्रधान सहायक प्रदीप कुमार ने बताया कि इंटर उत्तीर्ण छात्र- छात्राएं अब सीएलसी, टेस्टोमोनियल के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा करेंगे. इस दौरान उन्हें शुल्क जमा करना होगा. सीएलसी व टेस्टोमोनियल साधारण के लिए 40 रुपये का शुल्क जमा करना होगा. ऑनलाइन आवेदन जमा करने के तीसरे दिन छात्रों को केवल रसीद लेकर आना होगा. जिसे देखने के बाद उन्हें दोनों प्रमाण पत्र उपलब्ध करा दिया जायेगा. इसी तरह सीएलसी व टेस्टोमोनियल तत्काल के लिए छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन आवेदन के समय ही 60 रुपये शुल्क के रूप में जमा करना होगा. शुल्क जमा करने के दिन ही उनलोगों को सीएलसी व टेस्टोमोनियल प्रमाण पत्र छात्रों द्वारा रसीद दिखाये जाने के बाद उपलब्ध करा दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि केवल रसीद लेकर सीधे उनके पास छात्राें को आना होगा.
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