कटिहार. नगर निगम कटिहार में विकास के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. 45 वार्डों से कच्ची रास्ते को खरंजा निर्माण के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किये गये और अब तक खर्च किये ही जा रहे हैं. इस बीच मानसूनी बारिश में पड़ने वाले बुलबुले ने निगम के विभिन्न वार्डों में विकास की कलयी खोल कर रख दिया है. कई वार्डों में बनाये जा रहे खरंजा व सोलिंग सड़क के ध्वस्त होने से जहां करोड़ों रुपये का वारा न्यारा हो रहा है. वहीं खरंजा निर्माण के नाम पर कोरम पूरा किये जाने से वार्ड के लोगों के बीच धीरे धीरे पार्षद के विरुद्ध गुस्सा पनपने लगा है. कॉम्पेंशन के अभाव में बारिश की पानी में खरंजा से मिट्टी बह जाने से खरंजा के नाम पर कहीं-कहीं केवल ईंट शेष रह जाने से आवागमन तक बाधित हो जा रहा है. यह समस्या केवल एक वार्ड की नहीं है. बल्कि कमोवेश सभी वार्डों की है. कुल मिलाकर सरकार के सात निश्चय योजना पार्ट टू के तहत खरंजा निर्माण के नाम कोरम पूरा किया जा रहा है. कहा जाये तो अतिशयोक्ति नहीं होगी. दो दिन पूर्व जहां वार्ड नंबर दो तेजा टोला में एक साथ दो सड़क के निर्माण के बाद मिट्टी बह जाने के कारण खरंजा ध्वस्त होने की शिकायत अभी थमी भी नही किया अब एक एक वार्ड में इसका मामला सामने आने लगा है. कई वार्डों में एक साथ चार से पांच खरंजा निर्माण कराया जा रहा है. निर्माण कराये जाने के दौरान गुणवत्ता और मजबूती पर अब सवाल दागना लोगों ने शुरू कर दिया है. इससे एक ओर जहां निर्माण कार्य में देरी होने से आवागमन जहां प्रभावित हो रहा है. दूसरी ओर जैसे तैसे निर्माण कार्य कर संवेदक द्वारा कोरम पूरा किया जा रहा है. सबसे बुरा हाल उत्तरी पश्चिमी भाग के वार्डों की है. जहां निर्माण के दौरान न तो पार्षदों को इस पर ध्यान जा रहा है न ही निगम के अभियंताओं की जिसका नतीजा है कि एक माह पूर्व बनी खरंजा आज ध्वस्त हो जा रही है.
खड़ंजा निर्माण में मची है लूट
खरंजा निर्माण में लूट मची है. पूर्व में खरंजा निर्माण जितनी मजबूती से होती थी आजकल इसका ख्याल नहीं रखा जा रहा है. कई जानकारों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि खरंजा निर्माण के दौरान पहले मिट्टी भरकर धुरमूस के साथ रोलर चलाये जाते थे. जिससे मिट्टी आसानी से दबाया जा सके. उसके बाद ईंट सजाये जाते थे. उसके बाद मिट्टी डालकर मजबूती प्रदान करने के लिए एक बार फिर से रोलर चलाये जाते थे. इससे गुणवत्ता के साथ खरंजा सड़क की मजबूती अधिक दिनों तक होती थी. आजकल हो रहे खरंजा निर्माण में आज मिट्टी डाला गया. कुछ दिन छोड़कर ईंट बिछा दिये जा रहे हैं.
केस स्टडी 1एक ही वार्ड में एक साथ कई जगहों पर खरंजा निर्माण कराया जा रहा है. वार्ड दो में एनएच 131ए से स्व रामकृपाल सिंह के घर तक खरंजा निर्माण कराया जा रहा है. आसपास के लोगों का कहना है कि तीन माह पूर्व खरंजा निर्माण के लिए शिलान्यास किया गया. मानसून के एक सप्ताह पूर्व से कार्य शुरू किया गया. बारिश के बीच जलजमाव व कीचड़ होने से कार्य बाधित रहने से लोगों को अपने ही घर में आने जाने में परेशानी हो रही है. ऐसा इस मोहल्ले के लोगों का भी कहना है. उनलोगों की माने तो अपने वाहन दूसरे के घरों या फिर गैराजों में रखने की मजबूरी बनी हुई है.केस स्टडी-2वार्ड दो के गोशाला में बनी खरंजा सड़क की हालत खराब है. कुछ माह पूर्व बनी गोशाला पॉलिटेक्निक कॉलेज के बगल से खरंजा इस बारिश में कई जगहों से ईंट गायब हो गयी. कई जगहों पर जलजमाव होने से आवागमन प्रभावित है. मोहल्ले के लोगों का कहना है कि कुछ माह पूर्व ही इस मोहल्ले में दो खरंजा सड़क का निर्माण किया गया. कई जगहों से ईंट साफ है. अर्थात गायब हो गयी हैं. लोगों को दूसरे के घरों में होकर मुख्य सड़क व ब्रांच सड़क पर आना पड़ता है.
केस स्टडी-3वार्ड एक में एक साथ कई जगहों पर खरंजा सड़क का निर्माण हो रहा है. राधेकृष्ण मंदिर के आगे मुख्य सड़क से अंदर की ओर खरंजा निर्माण किया जा रहा है. सड़क गढ्ढा होने की वजह से बारिश होने के कारण जलजमाव की समस्या बन गयी है. जगह जगह ईंट सोलिंग के लिए गिराये गये हैं. लेकिन बारिश की वजह से कार्य प्रभावित हैं. इससे लोगों के बीच आवागमन की समस्या बन गयी है. वार्ड के लोगों ने पार्षद से निर्माण कार्य बारिश से पूर्व कराने की मांग की थी.कहती हैं मेयर
विभिन्न वार्डों में बन रही खरंजा सड़क की मजबूती को लेकर शिकायत मिली है. वार्ड दो तेजा टोला में एक माह पूर्व बनी खरंजा के टूटने और कई जगहों पर विलंब से खरंजा निर्माण करने की शिकायत मिली है. बारिश होने की वजह से खरंजा से मिट्टी बह जा रही है. संवेदक के विरुद्ध रवैया सख्त अपनायी जायेगी. ध्वस्त सड़क की मरम्मति के बाद भी उनका भुगतान किया जायेगा. खरंजा निर्माण की मजबूती पर ध्यान दिया जायेगा. नगर निगम के अभियंता को निर्माण के समय निगरानी बरतने का निर्देश दिया जायेगा.उषा देवी अग्रवाल, मेयर, नगर निगम
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