कोढ़ा. एक तो बेतहाशा ठंड का सितम, ऊपर से तेज पछुआ हवा से बढ़ी कनकनी के कारण आमलोगों का जीना दूभर हो गया है. मंगलवार की सुबह से ही कुहासा छाया रहा. जिस कारण ठंड में इस कदर बढ़ोतरी हुई कि लोग दिनभर कांपते घरों में दुबके रहे. बाहर निकलने पर तेज पछुआ हवा का झोंका शरीर में लगने पर ऐसा महसूस होता था की हड्डी तक छेद देगा. ठंड से राहत पाने के लिए गांव में बोरसी, कहीं पुआल व कचरों का घूर तो कहीं अलाव व हीटर आदि का प्रयोग कर ठंड से दो-दो हाथ करते रहे. ठंड के कारण बच्चों व बुजुर्गों को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ा. मजदूर सर्वहारा वर्ग के लोग दीहाड़ी करने कम ही निकले. जबकि ठंड के कारण कई किसानों ने भी कृषि कार्य को अगले दिनों तक के लिए टालकर आराम करते दिखे. चिकित्सकों का कहना है कि बच्चों व बुजुर्गों को ठंड में पूरी सावधानी बरतनी चाहिये.
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