कटिहार से झारखंड जा रही नाव हुई हादसे की शिकार, 3 की मौत, 7 लापता
Katihar Ganga Boat Tragedy: कटिहार जिले में गंगा नदी में रविवार को हुई भीषण नाव दुर्घटना में तीन लोगों की जान चली गई, जबकि सात लोग लापता हैं. स्थानीय लोगों ने अपनी जान की परवाह किए बिना आठ लोगों को डूबने से बचाया, जिनकी बहादुरी ने इस हादसे को एक दिल दहला देने वाली घटना बना दिया.
Katihar Ganga Boat Tragedy: कटिहार जिले के अमदाबाद थाना क्षेत्र के मेघु टोला गंगा घाट पर रविवार को एक भयावह नाव दुर्घटना घटी, जिसमें डेढ़ वर्षीय बच्चे समेत तीन लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में सात लोग लापता हो गए हैं, जबकि स्थानीय दो भाइयों की मदद से आठ लोगों की जान बचाई गई.
नाव में अधिक सवारियां होने से हुआ हादसा
झारखंड के सकरीगली जा रही एक छोटी नाव, जिसमें क्षमता से अधिक लोग सवार थे, गंगा की तेज धारा में डूब गई. दुर्घटना के वक्त नाव पर कुल 18 लोग सवार थे, जिनमें से कुछ रिश्तेदार और परिवार के सदस्य शामिल थे. नाव के डूबने से 60 वर्षीय पवन मंडल, 45 वर्षीय सुधीर मंडल और डेढ़ वर्षीय दीप कुमार की जान चली गई.
स्थानीय लोगों ने बचाई 8 जिंदगियां
नाव डूबने के बाद, गब्बर सिंह और उसके बड़े भाई सुरेश सिंह ने अपनी नाव से घटनास्थल पर पहुंचकर आठ लोगों की जान बचाई. इन दोनों भाइयों ने बिना किसी डर के गंगा की लहरों में कूदकर लोगों को बाहर निकाला, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. उनके द्वारा की गई मदद को इलाके में नायक की तरह सराहा जा रहा है.
घटना के बाद क्षेत्र में मचा कोहराम
नाव के डूबते ही मेघु टोला घाट पर कोहराम मच गया। लापता लोगों के परिजनों की आंखों में आंसू थे, और गंगा के किनारे उनकी तलाश जारी रही. दुर्घटना के बाद प्रशासन और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को बाहर निकाला और घायल व्यक्तियों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमदाबाद में भर्ती कराया.
पुलिस प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलने पर मनिहारी एसडीएम कुमार सिद्धार्थ, SDPO मनोज कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर रामचंद्र मंडल, और अमदाबाद थानाध्यक्ष कुंदन कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, और SDRF टीम ने लापता लोगों की खोज शुरू की.
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अवैध नाव संचालन पर होगी कार्रवाई
मनिहारी एसडीएम ने घटना के बाद कहा कि अवैध रूप से चलने वाली नावों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि बिना निबंधन वाली नावों के संचालन पर रोक लगाई जाएगी और नाविकों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि मृतकों के परिजनों को आपदा कोष से मुआवजा मिलेगा.