बिहार में बेटे की चाहत में महिला बन गई अपराधी, एक लाख रुपए में खरीदा बच्चा, 4 गिरफ्तार
कटिहार में बच्चा चोरी करने वाले गिरोह की तीन महिलाओं व एक खरीदार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इन्होंने एक बच्चे को चोरी कर एक लाख रुपए में उसका सौदा किया था.
Bihar News: कटिहार के कोढ़ा थाना क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से 16 मई को एक बच्चा गायब हो गया था. सूचना पर पुलिस सक्रिय हुई और बच्चा चोरी करने वाले गिरोह की तीन महिलाओं व उनसे बच्चा खरीदने वाली एक महिला को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया. पुलिस ने उनके पास से एक लाख रुपये समेत बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया है. शुक्रवार को सदर एसडीपीओ टू धर्मेंद्र कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की जानकारी दी.
एसडीपीओ ने बताया कि 16 मई को कोढ़ा थाना को सूचना मिली कि तीन-चार महिलाओं ने मिलकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोढ़ा के पास एक डेढ़ साल के बच्चे को एक लाख रुपये में बेच दिया है. मिली सूचना पर पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोढ़ा पहुंची और जांच शुरू कर दी. जांच में पता चला कि खेरिया पंचायत के बिलटिकरी गांव निवासी बेबी खातून अपने दो बच्चों के साथ आधार कार्ड बनाने के लिए गेड़ाबाड़ी आयी थी. जहां से उसका बच्चा गायब हो गया. बेबी खातून ने बताया कि उसके साथ सोहागी खातून, जरीना खातून, मनवारा खातून भी आयी थी, जो गायब हैं.
बच्चे को बरामद करने के लिए पुलिस ने टीम गठित की. टीम की जांच-पड़ताल में पता चला कि सोहागी खातून एवं मनवारा खातून की मिली भगत से जरीना खातून ने एक लाख रुपये में बच्चे को प्रभावती देवी को बेच दिया है. एसडीपीओ धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि रुपये जरीना खातून व बच्चे को प्रभावती देवी के पास से बरामद कर उक्त सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामला दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है. सूत्रों की मानें, तो कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र में बच्चा चोर गिरोह सक्रिय है. यह गिरोह ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चा चोरी की घटनाओं को अंजाम देता है.
मामले का खुलासा करने वाले पुलिस पदाधिकारी व जवान होंगे सम्मानित
सदर एसडीपीओ धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि मामले में कोढ़ा थाने की पूरी टीम की सराहनीय भूमिका रही है. इस मामले के खुलासे में जितने भी पुलिस पदाधिकारी और जवान शामिल हैं, उन्हें सम्मानित करने के लिए वरीय पुलिस पदाधिकारी को अवगत कराया गया है. टीम में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारियों व जवानों को सम्मानित किया जायेगा. सदर एसडीपीओ टू धर्मेंद्र कुमार ने आम जनों से अपील करते हुए कहा कि अगर बच्चों को अपने साथ कहीं ले जाते हैं, तो उन पर हमेशा नजर रखें. अगर जरूरी नहीं है, तो बच्चों को घर में ही परिजनों के पास छोड़कर जाएं, ताकि इस तरह की घटना से बचा जा सके.
आधार कार्ड बनवाने के लिए गेड़ाबाड़ी आयी थी बच्चे को लेकर
बच्चा चोरी हो जाने के मामले में डेढ़ वर्षीय बच्चे की मां बेबी खातून ने बताया कि वह अपने बेटा व बेटी को साथ लेकर आधार कार्ड बनाने के लिए कोढ़ा प्रखंड मुख्यालय के समीप आधार सेंटर आयी थी. उसके साथ गांव की ही सहोगी खातून व मनवारा खातून भी आयी थीं. आधार कार्ड बनवाने के लिए उसे लाइन में लगना पड़ा. इस कारण उसने डेढ़ वर्षीय पुत्र व पुत्री को लाइन के बगल में खड़ा कर दिया. इसी दौरान उसका डेढ़ वर्षीय पुत्र वहां से गायब हो गया.
बेटे के गायब होते ही वह चीखते-चिल्लाते हुए उसे खोजने लगी. इस दौरान उसके साथ आयी सहोगी खातून व मनवारा खातून भी वहां से गायब थीं. बच्चे के नहीं मिलने पर पुलिस को जानकारी दी और पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बच्चे को बरामद कर लिया.
पुत्र नहीं रहने के कारण एक लाख रुपये में खरीदे थे बच्चा: प्रभावती देवी
कोढ़ा अस्पताल के निकट से चोरी हुए बच्चे को खरीदने वाली आरोपित प्रभावती देवी ने बताया कि उसे सिर्फ दो पुत्रियां ही हैं. पुत्र नहीं रहने के कारण उसे इसका हमेशा दुख होता था. इस कारण वह आसपास की महिलाओं से बच्चा गोद देने की बात कही थी. इसी दौरान उसकी जरीना खातून से मुलाकात हुई, तो उसने पुत्र न होने दुखड़ा सुनाया. इस पर जरीना खातून ने एक लाख रुपये लेकर बेटा देने की बात कही. इस पर वह एक लाख रुपये देने को तैयार हो गयी.
गुरुवार को जरीना खातून ने उसे एक डेढ़ वर्षीय बच्चा दिया. इसके एवज में जरीना खातून को एक लाख रुपये दी. आरोपित प्रभावती देवी ने कहा कि उसे यह मालूम नहीं था कि बच्चा खरीदने पर वह मुजरिम बन जाएगी, नहीं तो वह बच्चा कभी नहीं खरीदती.
फूफी ने भतीजी के पुत्र को चोरी कर बेचा
कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र में मानवता को शर्मसार कर देनेवाली घटना से सभी हैरान हैं. बताया जाता है कि फूफी ने अपनी ही भतीजी के पुत्र को चोरी कर पैसे के लालच में बेच दिया. बच्चा चोरी करने की आरोपित सहोगी खातून व डेढ़ वर्षीय बच्चे की मां बेबी खातून रिश्ते में फूफी-भतीजी लगती हैं. सहोगी खातून रिश्ते में बेबी खातून की फूफी लगती है. बेबी खातून के परिजनों ने बताया कि पिछले तीन-चार दिनों से सहोगी खातून एवं मनवरा खातून लगातार उनके घर आती थीं. गुरुवार को उन दोनों के कहने पर ही बेबी अपने बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए कोढ़ा प्रखंड मुख्यालय गयी थी, जहां यह घटना हुई.
Also Read: भोजपुरी स्टार पवन सिंह की मां ने बेटे के लिए छोड़ा काराकाट का चुनावी मैदान, नामांकन लिया वापस