– 16 प्रखंड में छह सत्रों में लगेगा 48 किसान पाठशाला – एक दिन में तीन प्रखंड में पाठशाला के तहत बुआई से लेकर कटाई तक सिखायेंगे तकनीक प्रतिनिधि, कटिहार रबी मौसम में लगाये जानेवाली फसल को लेकर प्रखंडों में किसान पाठशाला लगाया जायेगा. इसको लेकर सभी तरह की तैयारी पूरी कर ली गयी है. पाठशाला छह सत्र में लगाया जाना है. सोलह प्रखंडों में 48 पाठशाला लगाया जाना है. प्रत्येक प्रखंड में तीन-तीन पाठशाला का आयोजन होगा. पहले दिन जिले के सभी सोलह प्रखंडों में पाठशाला का आयोजन किया गया. सहायक निदेशक पौधा संरक्षण रोमी कुमारी ने बताया कि पाठशाला का समापन मार्च माह में होगा. किसान पाठशाला में पच्चीस प्रशिक्षु किसान, दो प्रशिक्षक मास्टर ट्रेनर, एक पाठशाला संचालक के रूप में जिस पंचायत में पाठशाला का आयोजन होगा वहां के प्रगतिशील किसान मौजूद रहेंगे. पच्चीस प्रशिक्षु किसान, दो मास्टर ट्रेनर के बैठने व पानी की व्यवस्था के साथ किसानों को समय पर बुलाकर लाने की जिम्मेवारी है. इसके एवज में पाठशाला समाप्ति के बाद एकमुश्त 2284 रूपये दिया जाने का प्रावधान है. रबी माैसम में लगायी जाने वाली फसल मक्का, गेहूं, सब्जी, दलहनी एवं तेलहनी में से किसी फसल पर अलग अलग प्रखंडों में पाठशाला का आयोजन किया जायेगा. जहां जो फसल होगा इससे सम्बंधित जानकारी दिया दी जायेगी. पाठशाला समेकित कीट प्रबंधन पर आधारित है. इस दौरान फसल बुआई से लेकर कटाई तक प्रशिक्षण दिया जायेगा. जिसमें कीट व्याधी पर विशेष रूप से जानकारी दी जायेगी. कृषि समनवयक, एटीएम,बीटीएम, पौधा संरक्षण कमी एवं किसान सलाहकार में मास्टर ट्रेनर का चयन किया जाना है. उन्होंने बताया कि जहां पर पाठशाला होना है वहां एक एकड़ प्रत्यक्षण प्लाट चुना जायेगा. विभाग की ओर से बीज, जैविक खाद, कीटनाशी दवा उपलब्ध कराया जायेगा. समेकित कीट में किलो शुडोमनस,मिक्सर खाद, किताब,पैड, फोल्डर, आईपीएम बैग, टोपी,सवेक्षण करने के लिए वाॅच ग्लास, लैंस, क्लोरोफॉर्म, निडिल आदि छोटी छोटी कई सामान किसानों काे उपलब्ध कराया जाता है. समेकित कीट प्रबंधन में अलग-अलग सामानों से किसान सर्वेक्षण कर यह पता लगायेंगे कि किस कीट से खेल को नुकसान होगा किस कीट से फायदा होगा. इन सभी को भी किसानों को किसान पाठशला में जानकारी दी जायेगी.
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