एफपीओ के सहयोग से केवीके ने 120 किसानों को बांटे सरसाें के बीज
तेलहन का क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए कलस्टर अग्रिम पंक्ति प्रत्यक्षण हो रहा आयोजन
कटिहार. किसान साथी फॉर्मर प्रड्यूसर कंपनी के सीईओ डॉ प्रणव कुमार के सहयोग से कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से सोमवार को मोंगरा एफपीओ कार्यालय में120 किसानों काे सरसों का बीज मुफ्त में विवतरण किया गया. सरसों के बीच लेने के लिए अलग-अलग पंचायतों के कई किसान पहुंचे थे. केवल मोंगरा ग्राम पंचायत के पचास किसानों को तेलहन के दो प्रभेदों का वितरण किया गया. कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक पंकज कुमार ने बताया कि सरसों बीज आरएच 761 और तपेश्वरी का बीज किसानाें काे मुफ्त में दिया गया. सरसों के उन्नत किस्म पीके 06-1 एवं आरएच 761 का वितरण कलस्टर अग्रिम पंक्ति प्रत्यक्षण अंतर्गत ग्राम मोंगरा में 50 किसानाें के बीच वितरित किया गया. तपेश्वर की औसत उपज सात से आठ प्रति क्विंटल उपज है. यह 85 से 90 दिन में तैयार हो जाता है. जबकि आरएच 761 की उपज दस क्विंटल प्रति एकड़ है. यह एक सौ तीस से पैंतीस दिन में तैयार हो जाता है. तेलहन का क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए कलस्टर अग्रिगम पंक्ति प्रत्यक्षण का आयोजन किया जा रहा है. मालूम हो कि जिले भर में तेरह हजार हेक्टेयर में तेलहन की खेती की जाती है. इस मौके पर केवीके के डॉ सुशील कुमार सिंह, रमन कुमार यादव, एफपीओ के मैनेजर अभिषेक कुमार, ज्योति कुमारी, गुलजार, विकास कुमार सहित अन्य मौजूद थे. मुफ्त में तेलहन का बीज लेकर किसानों में खुशी रही. किसान माला देवी ने एफपीओ और कृषि विज्ञान केंद्र के सभी पदाधिकारियों के इस कार्य के बाद सराहना की है. किसान साथी फॉर्मर प्रड्यूसर कंपनी के सीईओ डॉ प्रणव कुमार के सहयोग से कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से सोमवार को मोंगरा एफपीओ कार्यालय में120 किसानों काे सरसों का बीज मुफ्त में विवतरण किया गया. सरसों के बीच लेने के लिए अलग-अलग पंचायतों के कई किसान पहुंचे थे. केवल मोंगरा ग्राम पंचायत के पचास किसानों को तेलहन के दो प्रभेदों का वितरण किया गया. कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक पंकज कुमार ने बताया कि सरसों बीज आरएच 761 और तपेश्वरी का बीज किसानाें काे मुफ्त में दिया गया. सरसों के उन्नत किस्म पीके 06-1 एवं आरएच 761 का वितरण कलस्टर अग्रिम पंक्ति प्रत्यक्षण अंतर्गत ग्राम मोंगरा में 50 किसानाें के बीच वितरित किया गया. तपेश्वर की औसत उपज सात से आठ प्रति क्विंटल उपज है. यह 85 से 90 दिन में तैयार हो जाता है. जबकि आरएच 761 की उपज दस क्विंटल प्रति एकड़ है. यह एक सौ तीस से पैंतीस दिन में तैयार हो जाता है. तेलहन का क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए कलस्टर अग्रिगम पंक्ति प्रत्यक्षण का आयोजन किया जा रहा है. मालूम हो कि जिले भर में तेरह हजार हेक्टेयर में तेलहन की खेती की जाती है. इस मौके पर केवीके के डॉ सुशील कुमार सिंह, रमन कुमार यादव, एफपीओ के मैनेजर अभिषेक कुमार, ज्योति कुमारी, गुलजार, विकास कुमार सहित अन्य मौजूद थे. मुफ्त में तेलहन का बीज लेकर किसानों में खुशी रही. किसान माला देवी ने एफपीओ और कृषि विज्ञान केंद्र के सभी पदाधिकारियों के इस कार्य के बाद सराहना की है.
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