कड़ाके की ठंड व कुहासा से जनजीवन अस्त-व्यस्त
कड़ाके की ठंड व कुहासा से जनजीवन अस्त-व्यस्त
फलका फलका प्रखंड में ठंड व कुहासा के कारण दैनिक जीवन पर गहरा असर पड़ा है. प्रखंड में घना कुहासा छाया हुआ है. जिससे दृश्यता में भारी कमी हो गई है. कड़ाके की ठंड ने लोगों की दिनचर्या को अस्त-व्यस्त कर दिया है. हाड़ कंपकंपाने वाली ठंड के कारण लोग अपने घरों से बाहर निकलने से कतराते हैं. अधिकतर समय घरों में ही दुबके रहते हैं. सड़कें सुनसान पड़ी हैं. बाजारों में भी रौनक कम हो गई है. शीतलहर के प्रभाव से अधिकतर लोग गर्म कपड़े पहनकर ही बाहर निकलने की हिम्मत जुटा पा रहे हैं. किसानों के लिए भी यह मौसम चुनौतीपूर्ण हो गया है. क्योंकि ठंड के कारण फसलों को भी नुकसान पहुंचने का खतरा है. सर्दी और कुहासे के बीच लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी उत्पन्न हो रही है. बर्फीली हवा और ठंडी के कारण स्वास्थ पर बुरा असर पड़ रहा है. ऐसे में स्वास्थ्य सेवाओं का दबाव बढ़ गया है. अस्पतालों में ठंड से संबंधित बीमारियों का इलाज कराने के लिए मरीजों की संख्या में इज़ाफा हुआ है. सामान्य जीवन की रफ्तार धीमी हो गई है. लोग एक-दूसरे से मिलकर भी ज्यादा समय नहीं बिता पा रहे हैं. ऐसी स्थिति में प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. ताकि इस ठंड में किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े. इधर जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से चौक चौराहे पर अलाव जलाने की मांग की है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है