कटिहार. जिले में रुक-रुक कर हो रही बारिश के बीच जिले के महानंदा नदी के जलस्तर में मामूली कमी दर्ज की गयी है. जबकि गंगा एवं कोसी नदी के जलस्तर में गुरुवार को भी वृद्धि दर्ज की गयी है. जिस तरह रुक-रुक कर बारिश हो रही है तथा नदियों के जलस्तर में उतार चढ़ाव होने से बाढ़ आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. जल स्तर में वृद्धि होने से लोगों के बीच बाढ़ एवं कटाव को लेकर दहशत भी होने लगी है. उल्लेखनीय है कि पिछले कई वर्षों से कमोवेश हर साल यह जिला बाढ़ की त्रासदी झेलती रही है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार महानंदा नदी झौआ में बुधवार की शाम जलस्तर 31.16 मीटर था, जो गुरुवार की सवेरे जलस्तर घटकर 31.14 मीटर हो गया. इसी नदी के बहरखाल में 31.01 मीटर था, जो घटकर 30.97 मीटर हो गया. कुर्सेल में बुधवार की शाम जलस्तर 31.19 मीटर था, जो गुरुवार की सवेरे घटकर 31.13 मीटर हो गया. इसी नदी के दुर्गापुर में जलस्तर 27.59 मीटर था, जो 12 घंटे बाद घटकर 27.56 मीटर हो गया है. गोविंदपुर में इस नदी का जलस्तर शाम में 25.93 मीटर था, जो गुरुवार की सुबह जलस्तर घटकर 25.91 मीटर हो गया. इस नदी का जलस्तर आजमनगर व धबोल में घट रही है. आजमनगर में इस नदी का जलस्तर 29.80 मीटर था. गुरुवार की सवेरे यहां का जलस्तर घटकर 29.78 हो गया है. धबौल में इस नदी का जलस्तर 29.12 मीटर दर्ज किया गया है. यहां का जलस्तर 12 घंटे के बाद गुरुवार की सुबह में घटकर 29.10 मीटर हो गया है. गंगा व कोसी के जलस्तर में जारी है वृद्धि गंगा एवं कोसी नदी के जलस्तर भी वृद्धि जारी रही है. गंगा नदी के रामायणपुर में बुधवार की शाम 23.44 मीटर दर्ज किया गया, जो गुरुवार की सवेरे में बढ़कर 23.49 मीटर हो गया. इसी नदी के काढ़ागोला घाट पर जलस्तर 24.89 मीटर रहा. जबकि गुरुवार की सुबह यहां का जलस्तर बढ़कर 25.00 मीटर हो गया है. कोसी नदी के कुरसेला रेलवे ब्रिज पर बुधवार की शाम जलस्तर 26.12 मीटर दर्ज की गयी. गुरुवार की सवेरे में यहां का जलस्तर बढ़कर 26.18 मीटर हो गया है. बरंडी नदी के जलस्तर में भी कमी दर्ज की गयी है.
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