कोढ़ा. कोढ़ा समेकित बाल विकास परियोजना कार्यालय के सभागार में अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस ( 25 से 10 दिसंबर) तक चलनेवाली अभियान के अवसर पर रविवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बाल संरक्षण इकाई जिला के पदाधिकारी भी मौजूद रहे. इस दौरान पदाधिकारियों ने कहा कि महिला उत्पीड़न पर रोक लगाना अति आवश्यक है, जिसमें कि सेविकाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. सीडीपीओ मनीषा कुमारी ने सेविकाओं से महिला उत्पन्न रोकने को लेकर कहा कि जब-जब महिला उत्पीड़न को रोकने की बात उठी है हमारे द्वारा सभी उपाय अपना लेने के बावजूद भी हम आज तक महिलाओं पर उत्पीड़न की घटनाओं को रोक नहीं पाये हैं. इसका कारण यह है की समस्या की जड़ परिवार और हमारे अपनों से जुड़ी हुई है. यदि पारिवारिक स्तर पर ही महिला का सम्मान करना सीख लिया जाए तो स्वत: ही समस्या का समाधान हो जायेगा. सबसे ज्यादा जिम्मेदारी हम महिलाओं की ही होती है जो अपने बच्चों में स्त्री सामान के नैतिक गुण का विकास करते हैं साथ ही अपनी मां बहनों की हर संभव सहायता करते हैं. अपनी समुदाय की महिलाओं को शिक्षा और उसके अधिकारों के महत्व के बारे में बढ़कर सभी सेविकाएं जागरूक करें. अगर कोई महिला उत्पीड़न का शिकार हुई है तो उसे बिना जज किये सुने और भावनात्मक समर्थन दे अपने कार्यों और विचारों के प्रति दूसरे को भी प्रेरित करें. इस बैठक में महिला पर्यवेक्षिका शशि सिन्हा,व अन्य पर्यवेक्षिका के साथ कोढ़ा बाल विकास परियोजना के सभी सेविका मौजूद थीं.
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