जिले के मखाना किसान बनेंगे आत्मनिर्भर
वित्तीय वर्ष 2024-25 में 10 लाख की लागत से बनना है, पांच मखाना भंडारण गृह
कटिहार. जिले के मखाना किसान आत्मनिर्भर बनेंगे. मखाना भंडारण गृह को लेकर जिले के पांच मखाना किसान मखाना भंडारण गृह बना पायेंगे. ऐसा इसलिए कि ज्ञान भवन पटना में आयोजित दो दिवसीय मखाना महोत्सव में इन सभी पांचों मखाना किसानों को भंडारण गृह निर्माण को लेकर कृषि मंत्री मंगल पांडेय द्वारा प्रमाण पत्र दिया गया. इसका लाभ जिले के सभी सोलह प्रखंडों में करने वाले मखाना किसानों को इसका लाभ मिलेगा. उद्यान विभाग के कई कर्मचारियों व पदाधिकारियों की माने तो जिले के सभी सोलह प्रखंडों में 6200 हेक्टेयर में मखाना की खेती की जाती है. जिसमें लगभग 5600 कृषकों द्वारा मखाना की खेती किया जाता है. सहायक निदेशक उद्यान कटिहार मधु प्रिया ने बताया कि ज्ञान भवन पटना में तीन व चार अगस्त दो दिवसीय मखाना महोत्सव का आयोजन किया गया था. जहां राज्य के कई जिलों से मखाना किसान पहुंचे थे. कटिहार जिले से तीस मखाना किसान मखाना महोत्सव में पहुंचे थे. जहां जिले में मखाना उत्पादन से लेकर बिक्री तक की प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान बताया गया कि किस तरह से मखाना की खेती हो जिससे देश विदेश में इसका निर्यात हो सके. सहायक उद्यान निदेशक कटिहार मधुप्रिया ने बताया कि मखाना लावा का निर्यात पटना, गया के साथ देश के अन्य जगहों में दिल्ली, बेंगलुरु, मुम्बई, कोलकाता एवं अन्य शहरों में की जाती है. मखाना महोत्सव में यूएस के व्यापारियों से जिले के मखाना निर्यात को लेकर वार्ता की गयी है.
ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म से मखाना किसान लेते हैं आर्डर
सहायक निदेशक उद्यान मधुप्रिया ने बताया कि जिले में मखाना की खेती से किसानों को अधिक लाभ मिल रहा है. थोड़ी सी मेहनत करने के बाद मखाना फोड़ी में भी कृषकों को इसका लाभ मिल सकता है. उन्होंने बताया कि कटिहार जिले के मखाना उद्यमियों द्वारा ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म से आर्डर लिया जाता है. उन्होंने बताया कि मखाना फोडी बाहर के मजदूरों द्वारा किया जाता है. थोड़ा जागरूक होकर मखाना किसानों के परिजनों द्वारा खुद से इसकी फोड़ी किये जाने से आठ सौ रुपये तक आय बढा सकते हैं. उन्होंने बताया कि जिले में तीन से लेकर छह सुता बड़ा मखाना का उत्पादन होता है. जितना बड़ा सुता होगा उतना मखाना का ग्रेडिंग होगा. फिलहाल 1500 रुपये ग्रेडिंग का मखाना ज्ञान भवन पटना में एक किसान द्वारा प्रदर्श किया गया है.इन किसानों ने किया मखाना भंडारण गृह के लिए ऑनलाइन आवेदन
सहायक निदेशक उद्यान कटिहार के मधुप्रिया ने बताया कि आजमनगर के जलकी पंचायत, कोढ़ा के खेरिया, कटिहार के सरिनिया, फलका के रहटा, कोढ़ा के चंदवा पंचायत के किसानों ने मखाना भंडारण के लिए ऑनलाइन आवेदन दिया गया है. इस वित्तीय वर्ष 2024-25 में पांच मखाना भंडारण गृह के लिए प्रमाण पत्र दिया गया है. इसमें लागत 10 लाख रुपये है. किसानों को 7.5 लाख रुपये सब्सिडी उपलब्ध है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है