जिस जमीन के लिए राजेश यादव की हत्या हुई, उसी जमीन के लिए मनीष ठाकुर की हत्या की गयी, एसपी

जिस जमीन को लेकर शहर के बड़ा बाजार निवासी राजेश यादव की हत्या हुई थी. उसी जमीन से संबंधित प्रॉपर्टी डीलर मनीष ठाकुर की भी हत्या कर दी गयी. मामला उक्त जमीन से रिलेटेड डिग्गी कटिहार एनएच 131 ए के समीप पांच एकड़ जमीन के विवाद को लेकर रहा. शहर के बहुचर्चित मनीष ठाकुर हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन करते हुए हत्या करने वाले शूटर को कटिहार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 7, 2024 10:48 PM

कटिहार. जिस जमीन को लेकर शहर के बड़ा बाजार निवासी राजेश यादव की हत्या हुई थी. उसी जमीन से संबंधित प्रॉपर्टी डीलर मनीष ठाकुर की भी हत्या कर दी गयी. मामला उक्त जमीन से रिलेटेड डिग्गी कटिहार एनएच 131 ए के समीप पांच एकड़ जमीन के विवाद को लेकर रहा. शहर के बहुचर्चित मनीष ठाकुर हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन करते हुए हत्या करने वाले शूटर को कटिहार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस संदर्भ में एसपी जितेंद्र कुमार ने अपने कार्यालय कक्ष में बुधवार की देर शाम प्रेस वार्ता कर जानकारी देते हुए बताया की मनीष ठाकुर हत्याकांड का मुख्य कारण जमीन संबंधित ही था. एसपी ने बताया कि मनीष की हत्या करने वाला शूटर 27 वर्षीय दीपक कुमार श्वेताब पिता रणविजय यादव सकिन मानिकपुर फुलकाहा जिला अररिया का निवासी है. जिसे गिरफ्तार किया गया है. उसके पास से घटना को अंजाम देने वक्त यूज में लाई गई एक बाइक, एक पिस्तौल तथा दो कारतूस बरामद किया गया है. एसपी ने बताया कि शूटर दीपक कुमार के अनुसार मनीष की हत्या करने की साजिश राजेश यादव के मौसेरे भतीजे स्वर्णदीप उर्फ योग बाबा पिता पृथ्वी चंद्र यादव ने रची थी. एसपी ने बताया कि शूटर दीपक के अनुसार जो पांच एकड़ जमीन को लेकर विवाद था. वहां पर कुल 17 एकड़ जमीन है. जिसे मृतक मनीष ठाकुर पूरा जमीन कब्जा करना चाह रहा था. जिसको लेकर ही राजेश यादव के मौसेरे भतीजे स्वर्णदीप उर्फ योग बाबा जो उस जमीन की देख रेख करता था, उनकी हत्या की साजिश रचते हुए उनकी हत्या करा दी. एसपी ने बताया कि शूटर दीपक को पूर्णिया से गिरफ्तार किया गया है. हत्या को लेकर उन्हें कुछ राशि दी गई थी. साथ ही इस एवज में उसे कुछ जमीन देने की भी बात सामने आई है. एसपी ने बताया कि इस हत्या में और कौन-कौन शामिल है. इसकी पहचान कर ली गई है और सभी की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है. एसपी ने बताया कि मनीष के हत्या के वक्त स्वर्णदीप गाड़ी चला रहा था और पीछे बैठे दीपक ने मनीष ठाकुर को गोली मारी थी.

दो बाइक पर चार अपराधी थे सवार, चार-पांच बार पहले भी की गयी थी रेकी

मनीष ठाकुर की हत्या से पहले शूटर दीपक कुमार स्वेताब के द्वारा मनीष ठाकुर के घर एवं मनीष ठाकुर के दोनों कामत पर घटना के दिन चार-पांच बार रैकी की गई थी. इससे पहले से ही मनीष की हत्या को लेकर रैकी की जा रही थी. 21 जुलाई को स्वर्णदीप उर्फ योग बाबा एवं शूटर दीपक कुमार स्वेताब अपने दो अन्य साथियों के साथ दो बाइक से पूर्णिया रौतारा टोल प्लाजा होते हुए घटना से करीब दो ढाई घंटा पहले कटिहार आया हुआ था. मनीष ठाकुर की रैकी करने के क्रम में देखा गया कि मनीष ठाकुर अपने घर से बुलेट बाइक से अपने स्टाफ के साथ बेगना पेट्रोल पंप वाला कामत के लिए निकला. सूर्यदीप उर्फ योग बाबा एवं शूटर दीपक कुमार स्वेताब अपने अन्य दो साथियों के साथ बेगाना पेट्रोल पंप वाला हाईवे प्लाई ओवर ब्रिज के नीचे मनीष ठाकुर का कामत से निकलने का इंतजार कर रहा था. मनीष ठाकुर अपने कामत से निकलकर हाईवे के तरफ निकलकर सर्विस रोड चढ़ा. जहा पहले से घात लगाये स्वर्णदीप उर्फ योग बाबा एवं शूटर दीपक कुमार स्वेताब अपने अन्य दो साथियों के साथ मिलकर सुनसान जगह पाकर मनीष ठाकुर को चलती गाड़ी पर दो गोली मार दी. मनीष ठाकुर के बाइक से गिरने के बाद तीन-चार गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गयी. हत्या करने के बाद स्वर्णदीप उर्फ योग बाबा एवं शूटर दीपक कुमार स्वेताब अपने दो अन्य साथियों के साथ एनएच पकड़ कर रौतारा टोल प्लाजा होते हुए पूर्णिया की ओर फरार हो गया.

एसआइटी ने खंगाले 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे

प्रॉपर्टी डीलर मनीष ठाकुर हत्याकांड शहर में बहुचर्चित घटना में एक रहा. 21 जुलाई को हत्या के बाद इस घटना के उद्भेदन को लेकर एसपी ने एसआईटी टीम की गठन की थी. जिसमें अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वन के नेतृत्व में एसआईटी टीम पूरे मामले के उद्भेदन को लेकर काम कर रही थी. यहां तक की एसपी जितेंद्र कुमार ने इस घटना का पर्दाफाश पास करने को लेकर 100 से ऊपर सीसीटीवी कैमरा को खंगाले, वैधानिक अनुसंधान के जरिए तथा सीसीटीवी कैमरा से मिले सुराग से इस हत्याकांड का उद्भेदन कर लिया गया. एसआईटी टीम में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर वन, मुफस्सिल थानाध्यक्ष, पुलिस निरीक्षक शशि रंजन, नगर थाना अध्यक्ष सुमन कुमार सिंह, सहायक थाना अध्यक्ष पंकज प्रताप के अलावा डीआईयू की टीम शामिल थी.

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