मनीष ठाकुर के शव का हुआ दाह संस्कार, पुत्र ने दी मुखाग्नि
मनीष की हत्या का तार कहीं ना कहीं राजेश हत्याकांड से जुड़ रहा
कटिहार. मनीष ठाकुर की बीते देर शाम अज्ञात अपराधियों ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बैगना पेट्रोल पंप से सटे फोरलेन के समीप गोली मारकर हत्या कर दी थी. घटना की जानकारी मिलते ही एसपी जितेंद्र कुमार के निर्देश पर सदर एसडीपीओ 1 अभिजीत सिंह, प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक श्वेता कुमारी, पुलिस निरीक्षक शशि रंजन, नगर थानाध्यक्ष सुमन सिंह मामले की तफ्तीश में जुट गये. घटनास्थल एवं उसके आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया. एसपी के निर्देश पर फॉरेसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची तथा ब्लड सैंपल, गोली के खोखे सहित अन्य साक्षी को एकत्रित कर फॉरेंसिक जांच के लिए भागलपुर लेकर गये. पुलिस लिखित आवेदन के आधार पर हत्या व आर्म्स एक्ट के तहत कांड दर्ज कर अग्रेतर कार्रवाई में जुट गयी है.
पुत्र बेंगलुरु से व पुत्री देहरादून से पहुंची कटिहार
घटना पश्चात बीते देर रात कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया. पोस्टमार्टम उपरांत शव को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया. पुत्र मिस्टू बेंगलुरु से व पुत्री देहरादून से कटिहार पहुंची. घर पहुंचते ही घर में चीख पुकार मच गयी. मां अपने बच्चों को गले से लगाकर रोए जा रहे थे. पिता के शव को देखते ही पुत्र एवं पुत्री के मुख से चित्कार निकल गयी. सभी एक दूसरे को ढांढस बंधाने में लगे थे. शव को अंतिम दर्शन के लिए घर में रखा गया था, जिसे लेकर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. सोमवार संध्या तकरीबन 3:00 बजे शव को दाह संस्कार के लिए मनिहारी लेकर गये. जहां पुत्र मिस्टू ने पिता को मुखाग्नि देखते हुए दाह संस्कार किया.
राजेश हत्याकांड से तार तो नहीं जुड़ा
मृतक मनीष की बात की जाए तो उसके पिता ने काफी जमीन जायदाद अर्जित की थी. दुर्गास्थान चौक पर आवासीय मकान भी काफी क्षेत्रफल मैं फैला हुआ है. इसके अलावा बेगना फोरलेन के समीप ही कामत है, जिसमें कई बीघा जमीन के साथ-साथ अन्य कई प्लॉट भी मनीष ठाकुर के नाम पर है. मनीष ठाकुर का नाम राजेश हत्याकांड में चर्चित रहा जिसमें राजेश की विवादित जमीन को मनीष ने कुछ भूमाफिया को बिक्री की थी. जब भू माफिया उस जमीन पर काबिज नहीं हो पाया तो उसने राजेश की हत्या कर दी थी. जिस मामले में मनीष ठाकुर सहित छह लोगों पर हत्या का मामला दर्ज कराया गया था. जब पुलिस मामले की जांच की तो इसमें कई अन्य अपराधियों को प्राथमिकी अभियुक्त बनाते हुए घटना में प्रयुक्त हथियार के साथ गिरफ्तार किया था. उक्त कांड में कई प्राथमिकी अभियुक्त अब भी जेल में बंद हैं, जिसमें कुछ अपराधियों को भागलपुर मंडल कारा में शिफ्ट कर दिया है. बीते तीन दिन पूर्व उन आरोपियों की कटिहार कोर्ट में पेशी थी, जिसमें सभी अपराधियों को कटिहार लाया गया था. उन अपराधियों को यह भी मालूम था कि मनीष ने इस राजेश हत्याकांड में जमानत के लिए काफी पैसे खर्च किए तथा वह विदेश घूम रहा हैं. एक तो राजेश की जमीन पर उन आरोपियों का कब्जा नहीं हो पाया दूसरा जमीन पर कब्जे को लेकर उन आरोपितों ने राजेश को भी मोटी रकम दी थी. विवादित जमीन को लेकर मनीष एवं राजेश को रुपये देने के बाद भी जमीन हाथ से बाहर होना तथा हत्या जैसे केस में जेल में रहना कहीं ना कहीं उन लोगों को इस बात की खुन्नस थी. इस बात का भी कयास लगाया जा रहा है कि हो सकता है उन अपराधियों ने मनीष से कुछ रुपए के डिमांड की हो, पूरी नहीं करने पर उन लोगों ने इसकी हत्या करा दिया. या फिर उसी रंजिश में दूसरे गुट के लोगों ने उसकी हत्या कर दी है. फिलहाल पुलिस राजेश हत्याकांड एवं अन्य मामलों को लेकर भी जांच कर रही है. संभवत यह भी हो सकता है की कोई तीसरा गुट इसकी हत्या कर दी हो. फिलहाल जब तक हत्याकांड का सफलता पूर्वक उद्वेदन नहीं हो जाता यह कहना मुश्किल है कि मनीष की हत्या आखिर किसने और क्यों की.——————-
मनीष ठाकुर हत्याकांड को लेकर एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया है. पुलिस राजेश हत्याकांड एवं अन्य बिंदु पर भी जांच कर रही है. हत्याकांड का शीघ्र ही उद्भेदन कर घटना में शामिल सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.जितेंद्र कुमार, एसपी, कटिहार.
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