कटिहार. डीएस कॉलेज के यूजी व पीजी के करीब दो सौ से अधिक छात्र प्रमाण पत्र के लिए परेशान हो रहे हैं. पीयू को बार- बार उनके कागजातों को उपलब्ध कराने के बाद भी ध्यान नहीं दिये जाने के कारण छात्र आगे की पढ़ाई के लिए नामांकन को परेशान हो रहे हैं. विवि की अनदेखी के कारण कई छात्र-छात्राओं का वुमेंस कॉलेज पटना के मेरिट लिस्ट में नाम आने के बाद भी इंटर का अंक पत्र के लिए कॉलेज का चक्कर लगाना पड़ रहा है. वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर प्रधान सहायक एक फॉर्म भरकर उपलब्ध कराया जा रहा है. जिससे उनके नामांकन में बाधा नहीं आये. महाविद्यालय बंद होने से पूर्व से लेकर अब तक अपना अंकपत्र, औपबंधिक प्रमाण पत्र के लिए लंबित परीक्षाफल सुधार को लेकर परेशान हो रहे हैं. कई छात्र छात्राओं ने बताया कि पीयू के निर्देश पर लंबित परीक्षाफल, अंकपत्र के लिए महाविद्यालयों में आवेदन जमा करने के लिए कहा गया था. जिसके बाद उनलोगों ने अलग-अलग समस्याओं को लेकर आवेदन जमा किया. आवेदन जमा करने के बाद कई माह बाद भी अब तक प्रमाण पत्र व लंबित परीक्षाफल में सुधार नहीं होने से वे लोग परेशान होकर विवि पीयू पहुंचे. जहां परीक्षा विभाग द्वारा अब तक डीएस कॉलेज से आवेदन को उपलब्ध नहीं कराये जाने को लेकर डांट फटकार कर भगा दिया गया. पुन: कॉलेज में इसकी जानकारी उपलब्ध कराया गया. जहां डीएस कॉलेज के प्रधान सहायक दो-दो बार उनलोगों के आवेदनों को विवि भेजे जाने को लेकर प्रमाण उपलब्ध कराया गया. ऐसे में विवि परीक्षा विभाग की लचर व्यवस्था के कारण उनलोगों को परेशान होना पड़ रहा है. उनलोगों का कहना है कि विवि की इसी तरह व्यवस्था रही तो उनलोगों का नामांकन में परेशानी हो सकती है. उनलोगों ने डीएस कॉलेज प्रधान सहायक से मांग किया कि शीघ्र ही प्रमाण पत्र विवि से उपलब्ध कराया जाये. मामले में डीएस कॉलेज के प्रधान सहायक प्रदीप कुमार ने बताया कि विवि द्वारा मांगी गयी कागजातों को बार बार उपलब्ध कराया गया. लेकिन अब तक प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं कराये जाने की वजह से छात्रों को परेशान होना पड़ रहा है.
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