कटिहार. जिले में मशरूम की खेती के लिए अब किसानों को मौसम व समय के साथ जमीन की भी बाध्यता नहीं रहेगी. ऐसा इसलिए कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में नयी योजनाओं के तहत किसान अब एसी में मशरूम की खेती कर सकते हैं. बड़े किसानों के लिए मशरूम की खेती व इकाई स्थापित करने के लिए विभाग सब्सिडी के तौर पर मोटी रकम उपलब्ध करायेगा. खासकर छोटे किसानों के लिए मशरूम किट योजना से लाभान्वित होंगे. दूसरी ओर बटन मशरूम का उत्पादन इकाई के लिए विभाग की ओर से लगने वाले लागत के वनिस्पत आधी राशि सब्सिडयरी के रूप में दिया जाना है. ऐसा विभागीय पदाधिकारियों व कर्मचारियों का कहना है. कम्पोस्ट इकाई के लिए बीस लाख रूपये लागत के विपरीत दस लाख रूपये की राशि सब्सिडी का प्रावधान है. किसान बैंक से लोन नौ लाख तक ले सकते हैं. मशरूम बीज उत्पादन में पन्द्रह लाख की लागत में साढ़े सात लाख रूपये विभाग की ओर से सब्सिडी का प्रावधान है. इसके लाभ के लिए विभाग की ओर से ऑनलाइन आवेदन लिये जा रहे हैं. आवेदन करीब पन्द्रह दिन पूर्व से ली जा रही है. संभवत: सितम्बर माह तक ऑनलाइन आवेदन लिये जा सकेंगे. विभागीय पदाधिकारियों की माने तो मशरूम की मूलत: ठंड के मौसम में खेती होती है. इसके लिए नवम्बर से जनवरी माह का मौसम माकूल होता है. लेकिन नयी योजना के तहत बटन मशुरूम का उत्पादन इकाई के तहत एसी वाले घरों में भी खेती की जा सकती है. इसके लिए किसानों को प्रेरित किया जा रहा है.
मशरूम किट से लाभांवित होंगे छोटे किसान
ओस्टर मशरूम किट से छोटे किसानों का लाभ मिलेगा. इस योजना के तहत छोटे किसानों को एक मशरूम किट बैग उपलब्ध कराना है. जिसके अंतर्गत मशरूम का बीज, भूसा आदि खेती करने के लिए दिया जाता है. विभागीय कर्मचारियों की माने तो डीलर व संवेदक द्वारा छोटे किसानों को दस से दो सौ किसानों को मशरूम किट बैग दिया जायेगा. जिसके आधार पर किसान अपने खाने व बाजार में बिक्रय करने के लिए खेती कर सकेंगे. इसके लिए साठ रूपये मूल्य है. जिसमें किसानों को 54 रूपये सब्सिडी 90 प्रतिशत अनुदान रूप में मिलेगा. इस तरह किसान केवल छह रूपये देकर मशरूम किट योजना से लाभान्वित होंगे. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन लिये जा रहे हैं.
कहते हैं उद्यान पदाधिकारी
बटन मशरूम के लिए एसी रूम की जरूरत है. प्रोजेक्ट बेस पर इकाई बनाया जाता है. पहली बार यह योजना आया है. किसानों को लागत आय के विरुद्ध अधिक सब्सिडी का प्रावधान है. किसान इकाई तैयार कर सकते हैं. ओस्टर मशरूम किट से छोटे किसानों को लाभ मिलेगा. इसके तहत किसानों को बैग बनाकर उपलब्ध कराना है, जिसमें मशरूम का बीज, भूसा आदि उपलब्ध कराया जायेगा. इसके लिए प्रशिक्षित किसानों से ऑनलाइन आवेदन मांगे जा रहे हैं.ओम प्रकाश मिश्रा, उद्यान पदाधिकारी, कटिहार
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