अब घर बैठे यूटीएस ऐप से टिकट होंगे बुक
रेलवे ने यूटीएस मोबाइल ऐप पर जियो-फेंसिंग प्रतिबंधों की बाहरी सीमा की समाप्त
यात्री सुविधा बढ़ाने व यात्रियों के लिए टिकट बुक करने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए भारतीय रेल ने यूटीएस ऑन मोबाइल ऐप पर जियो-फेंसिंग प्रतिबंधों की बाहरी सीमा को समाप्त कर दिया है. टिकट बुक करते समय ग्राहक सुविधा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से डिजिटलीकरण पहल के रूप में तीन सी – कांटेक्ट लेस टिकटिंग, कैशलेस ट्रांसजेक्शन और कस्टमर कंवेनिएंस एंड एक्सपेरिएंस पर विशेष जोर दिया गया है. इससे पहले, यदि यात्री स्टेशन या घर के भीतर होते थे. तो टिकट बुक नहीं किया जा सकता था. रेलवे की जियो फेंसिंग के कारण यात्रियों को टिकट बुक करने में बाधा आती थी. लोग एक स्टेशन के 20 किमी से 50 किमी के दायरे में अनारक्षित टिकट और प्लेटफॉर्म टिकट बुक नहीं करा सकते थे. जियो-फेंसिंग की बाहरी सीमा समाप्त होने के बाद यात्री अब अपने घर या किसी भी स्थान से किसी भी गंतव्य के लिए टिकट बुक कर सकते हैं. टिकट बुक के बाद दो घंटे के अंदर स्टेशन परिसर में पहुंचना होगा. एनएफ रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी सब्यसाची डे ने बताया कि यूटीएस ऐप से टिकट बुक करने पर यात्रियों को दो घंटे के भीतर स्टेशन परिसर पहुंचना होगा. उन्होंने ने बताया कि स्टेशन परिसर के अंदर यूटीएस ऐप के माध्यम से यात्रा कर रहे यात्री टिकट बुक नहीं कर पायेंगे. इसके लिए यात्री को स्टेशन परिसर के बाहर आना होगा. यूटीएस ऑन मोबाइल ऐप का उपयोग करने का एक लाभ यह है कि यात्रियों को ऐप के माध्यम से अनारक्षित टिकट बुकिंग के लिए अपने आर-वॉलेट को रिचार्ज करते समय 3 प्रतिशत बोनस मिलेगा. यह अनारक्षित टिकटों की बुकिंग और खरीद में दक्षता बढ़ाने, टिकट काउंटरों पर लंबी कतारों को कम करने और उपयोगकर्ताओं को डिजिटल बुकिंग प्रक्रिया की ओर प्रोत्साहित करना है.
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