कुपोषण उन्मूलन को वैज्ञानिक तरीके से लगाया जायेगा पोषण वाटिका
हरी पत्तेदार सब्जियां लगाने को किया गया प्रेरित
कटिहार. कुपोषण दूर करने के लिए गांव-गांव के साथ किसानों के घरों पर केवीके वैज्ञानिक पहुंच रहे हैं. इसी क्रम में मंगलवार को दलन पूरब पंचायत के किसान अनिल सिंह के दरवाजे पर गांव चयन को लेकर एक बैठक कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों की हुई. इस दौरान केवीके के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ शारदा कुमारी, डॉ प्रणव कुमार, गृह वैज्ञानिक नंदिता कुमारी समेत भोला पासवान शास्त्री कृषि विवि पूणिया की छात्राओं में प्रीति कुमारी एवं मधु कुमारी ने किसानों व गांव वालों को पोषण वाटिका लगाने की अपील की. केवीके के वरीय वैज्ञानिक डॉ शारदा कुमारी ने बताया कि कुपोषण उन्मूलन कार्यक्रम के तहत गांव का चयन करने को लेकर पहुंची थी. इस दौरान लोगों से बातचीत की गयी. जिसमें पोषण वाटिका वैज्ञानिक तरीके से लगाने की अपील की गयी. जड़वाली व कंदवाली, हरीपत्तेदार सब्जियों के फलों में अमरूद,नींबू, आम्रपाली आम लगाने पर जोर दिया गया. उन्होंने बताया कि विटामिन और खनिज लवन की कमी से कुपोषण होता है. इन सभी फलों व सब्जियों को लगाकर आंगनबाड़ी के बच्चों के साथ गांव से कुपोषण दूर हो सके. इसके लिए प्रयास किया जायेगा. बैठक के दौरान ग्रामीणों में काफी उत्सुकता रही. पोषण वाटिका लगाने के प्रति उनलोगों ने इच्छा जाहिर की. साथ ही मोटे अनाज को खाने पर जोर दिया गया. उनलोगों को दुधिया मशरूम लगाने के लिए प्रेरित किया गया. उन्होंने बताया कि यह मशरूम 25 से 35 डिग्री तापमान में लगाया जा सकता है. अगस्त सितंबर माह में लगाने के लिए समय उपयुक्त होता है. इसके लिए गांव वालों को इसके बीज उपलब्ध कराये जाने की बात कही गयी. मौके पर उपसरपंच रविशंकर श्रवणे, वार्ड सदस्य अनीता देवी, किसान अनिल सिंह, सीताराम सिंह, उर्मिला देवी, वीणा कुमारी, संगीता कुमारी, शीला देवी, शोभा देवी सहित कई ग्रामीण मौजूद थे.
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