इमामनगर में बाढ़ से पूर्व कराये जा रहे सुरक्षात्मक कार्यस्थल पर नहीं रहते अधिकारी
कार्य की गुणवत्ता देखने वाला कोई नहीं, जैसे-तैसे हो रहा कार्य
बाढ़ नियंत्रण अवर प्रमंडल सालमारी के केलाबाड़ी पंचायत के इमामनगर शिव मंदिर टोला गांव में महानंदा नदी किनारे हो रहे बाढ़ से पूर्व बैंबू पाइलिंग सुरक्षात्मक कार्य स्थल पर जेई कि अनुपस्थिति में कार्य किया जा रहा है. स्थानीय लोग जेई की अनुपस्थिति में संवेदक के कर्मियों द्वारा आनन फानन में किये जा रहे कार्य में सुरक्षा मानकों की अनदेखी का आरोप लगा रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव को पिछले वर्ष किसी तरह से बचाया गया है. यदि इस वर्ष कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही या गुणवत्ताहीन कार्य किया गया तो सैकड़ों की आबादी वाला गांव महानंदा नदी में समा जायेगी. जो बैंबू पाइलिंग का कार्य किया जा रहा है. पाइलिंग में जिस लकड़ी के बैंबू को उपयोग में लिया जा रहा है. उसकी भी जांच की मांग ग्रामीण कर रहे हैं. पाइलिंग के पश्चात गैबीयन और एनसी का कार्य भी किया जायेगा. स्थानीय लोगों का कहना है कि हमें जानकारी चाहिए कि जो बैंबू पाइलिंग कार्य किया जा रहा वो कितने मीटर तक जमीन के अंदर जाना है और यह कार्य कितने रुपए कि लागत से हो रही है. संवेदक द्वारा अब-तक सूचना पट भी नहीं लगाया गया है. यही कारण है कि लोगों को हो रहे निर्माण कार्य के गुणवत्ता और प्राक्कलन की जानकारी नहीं मिल पा रही .है साथ ही लोगों ने बताया कि एग्जीक्यूटिव्स पवन कुमार के द्वारा निरीक्षण भी किया गया था. बावजूद इसके काम में कोई सुधार नहीं हो रहा है. सहायक कार्यपालक अभियंता दीपक कुमार से उक्त मामले में संपर्क नहीं होने के कारण उनका पक्ष नहीं रखा जा रहा है. इमामनगर में कार्य कर रहे संवेदक के कर्मी विजय कुमार ने पूछे जाने पर बताया निर्माण कार्य के संवेदक सुबोध जायसवाल भीमनगर वीरपुर वाले हैं. बैंबू पाइलिंग के बाद गैबीयन व एनसी का काम होगा. छह दिन पूर्व काम शुरू हुआ है. एक माह के अंदर कार्य पूर्ण करना है.
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