एसओपी के अनुरूप बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में जरूरी व्यवस्था सुनिश्चित करें अधिकारी : डीएम
समीक्षा बैठक बाढ़ राहत व बचाव को लेकर दिये कई निर्देश
कटिहार. पिछले 24 घंटे में गंगा नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि की ट्रेंड को देखते हुए जिला पदाधिकारी मनेश कुमार मीणा ने अधिकारियों के साथ समीक्षा की. इस मौके पर एसपी वैभव शर्मा उपस्थित थे. बैठक में डीएम ने कहा कि गंगा नदी के निकटवर्ती अंचल यथा कुरसेला, बरारी, मनिहारी व अमदाबाद में विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया है. डीएम ने संबंधित चारों अंचल अन्तर्गत नदी के निकटवर्ती प्रभावित क्षेत्र व दियारा में वासित आबादी के आवागमन एवं निष्क्रमण को लेकर पर्याप्त नाव परिचालन का निर्देश दिया है. साथ ही नाव परिचालन के दौरान लाइफ जैकेट, छल्ला आदि नाव पर रखने एवं अन्य सुरक्षा मानकों का पालन कराने का निर्देश दिया है. इसके अलावा नदी के निकटवर्ती प्रभावित क्षेत्रों में बीमार लोगों के उपचार के लिए पर्याप्त संख्या में चलंत मेडिकल कैम्प चलाने एवं चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति का निर्देश दिया है. अधिकारियों से मुखातिब डीएम ने कहा कि जिन क्षेत्रों में सड़क मार्ग अवरूद्ध हो. वहां चिकित्सकों को बोट एम्बुलेंस के साथ परिचालित कराने का निर्देश दिया है. साथ ही बच्चों, वृद्धजन, गर्भवती व धातृ महिलाओं पर विशेष ध्यान रखने का निर्देश भी दिया गया. डीएम ने भी कहा है कि जिन क्षेत्रों में पानी फैलने की संभावना है. वहां के लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने के लिए एसडीआरएफ व एनडीआरएफ टीम (मोटरबोट एवं अन्य सुरक्षात्मक उपकरणों के साथ) को एलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया है. इसके लिए मनिहारी अनुमंडल में एसडीआरएफ की एक टीम पूर्व से प्रतिनियुक्त है एवं कुरसेला अंचल में एनडीआरएफ की एक टीम पहुंच रही है. इसके अलावा कदवा अंचल में रिजर्व एसडीआरएफ टीम को बरारी अंचल भेजकर प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया है. इसके अतिरिक्त एसडीआरएफ व एनडीआरएफ टीम की आवश्यकता होने पर तुरंत जिलास्तर पर रिपोर्ट करने का निर्देश संबंधित अंचलाधिकारियों व पदाधिकारियों को दिया है. डीएम ने निष्क्रमित आबादी के लिए आपदा प्रबंधन विभाग के मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुरूप राहत शिविर एवं सामुदायिक रसोई के संचालन के निमित्त चिन्हित स्थानों पर साफ-सफाई, शुद्ध पेयजल, प्रकाश एवं चिकित्सा की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने को लेकर तैयारी रखने का निर्देश दिया है. उन्होंने सामुदायिक रसोई एवं राहत शिविर में जिला प्रशासन की ओर से संचालित संबंधी बैनर लगाने का निर्देश दिया है. साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं के लिए पशु शिविर तथा पर्याप्त चारा एवं आवश्यक दवाओं की व्यवस्था रखने का निर्देश दिया है. समीक्षा बैठक के दौरान डीएम ने बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को कटावरोधी कार्य के लिए पर्याप्त मात्रा में संघर्षात्मक सामग्री (बालू भरा बोरा, बोल्डर, पत्थर आदि ) की व्यवस्था रखने के साथ तटबंधों की निरंतर निगरानी करने का निर्देश दिया है. डीएम बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि वह किसी भी तरह घबराये नहीं. जिला प्रशासन उनके साथ है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है