प्रतिनिधि, कटिहार बड़े ही उत्साह के साथ श्रद्धालुओं ने शुक्रवार को नाग पंचमी का त्योहार मनाया. नागपंचमी को लेकर मंदिरों में नाग देवता को दूध और लावा अर्पण किया. मंदिरों के अलावा श्रद्धालु अपने-अपने घरों में भी नाग देवता को दूध लावा चढ़ाकर अपने हर दोष और अपनी कृपा बनाये रखने का वर मांगा. हालांकि नागपंचमी को लेकर शहर के किसी मंदिर में भव्य पूजा अर्चना नहीं की गयी. लेकिन श्रद्धालु द्वारा नागपंचमी के अवसर पर शिव मंदिर और अपने घर में पूजा अर्चना किए. हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण मास के शु्क्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है. यह दिन नाग देवता की पूजा के लिए समर्पित होता है. मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं. पौराणिक काल से सर्प देवताओं की पूजन की परंपरा चली आ रही है. मान्यता है कि नाग की पूजा करने से सांपों के कारण होने वाला किसी भी प्रकार का भय खत्म हो जाता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है