सदर अस्पताल में मरीजों को मिलती रहेगी इमरजेंसी सेवा
सदर अस्पताल में मरीजों को मिलती रहेगी इमरजेंसी सेवा
कटिहार : सदर अस्पताल के चार चिकित्सक आधा दर्जन नर्स और अस्पताल प्रबंधक के कोरोना पॉजिटिव के बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आते हुए छह जुलाई तक के लिए सदर अस्पताल की ओपीडी सेवा को बंद कर दिया गया है. अस्पताल में छह जुलाई तक सिर्फ आपातकालीन सेवा ही बहाल रहेगी. सिविल सर्जन देवेंद्र नाथ पांडे ने निर्देश जारी करते हुए शनिवार से अस्पताल की ओपीडी सेवा को सोमवार तक के लिए बंद कर दिया है. हालांकि शनिवार के दिन ओपीडी सेवा बंद रहेगी यह खबर मरीजों तक नहीं पहुंचने से शनिवार को मरिज सदर अस्पताल अपना इलाज कराने के लिए पहुंचे हुए थे. लेकिन ओपीडी सेवा बंद रहने से मरीजों को खाली हाथ घर वापस लौटना पड़ा. मरीजों को जब पता चला कि अस्पताल में कोरोना संक्रमण के फैलने के कारण ओपीडी की सेवा को बाधित किया गया है तो मरीज थोड़े परेशान तो हुए. लेकिन अस्पताल के इस निर्णय से संतुष्ट भी दिखाई पड़े.
हालांकि अस्पताल में कोरोना संक्रमण के फैलने की सूचना प्राप्त होने पर मरीज बहुत हद तक अस्पताल में इलाज कराने पहुंचने से परहेज कर रहे हैं. बता दें कि इमरजेंसी सेवा में छह जुलाई तक गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी, एसएनसीयू और अस्पताल में भर्ती मरीज की सेवा ही मुहैया कराई जायेगी. सुरक्षा के दृष्टिकोण से अस्पताल परिसर में पूरा सैनिटाइज का काम भी किया जा रहा है, जो अस्पताल खुलने से पहले सैनिटाइज किए जा रहे हैं. जबकि अस्पताल बंद होने के बाद भी सैनिटाइजेशन का काम किया जा रहा है. शनिवार से ओपीडी सेवा बंद होने के साथ ही अस्पताल में जैसे सांप सूंघ गया था. ओपीडी के समय तो मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचे. लेकिन इलाज न होने से परेशान होकर घर को चले गए.
हफ़ला से आये मंसूर खान, तिनगछिया की विमला देवी और हृदयगंज के देव कुमार ने बताया कि हम सभी को पता नहीं था कि आज से ओपीडी सेवा बंद रहेगी. मरीजों ने बताया कि ओपीडी सेवा संक्रमण को रोकने के लिए बंद किया गया है. यह अच्छी पहल है. अस्पताल में सेवा नहीं मिलने से हम सभी परेशान तो हुए हैं. लेकिन यह निर्णय काफी सराहनीय निर्णय है. कई मरीजों से बात करने पर उन्होंने अपनी संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि ओपीडी सेवा बंद की गई है. इससे फर्क नहीं पड़ता है. यदि कोरोना का संक्रमण अस्पताल के जरिए तेजी से फैल जायेगा तो सबकी जान पर बन आयेगी. कुछ दिन अस्पताल की सेवा बंद रहेगी कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है. गंभीर मरीजों के लिए इमरजेंसी सेवा बहाल है. यह अच्छी बात है और गंभीर मरीजों का इमरजेंसी सेवा में इलाज हो सकता है यही काफी है.