कटिहार. सदर अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के अल्ट्रासाउंड में हो रही परेशानी को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने सदर अस्पताल में 24 घंटे अल्ट्रासाउंड सेवा देने को लेकर तैयारी में जुट गये है. यदि सब कुछ सही रहा तो बहुत जल्द सदर अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की अल्ट्रासाउंड को लेकर 24 घंटे अल्ट्रासाउंड सेवा बहाल हो जायेगी. 24 घंटा अल्ट्रासाउंड सेवा देने को लेकर अस्पताल प्रबंधक चंदन कुमार सिंह ने लिखित तौर पर पत्राचार कर बीएमएसआईसीएल से दो अल्ट्रासाउंड मशीन की मांग की है. अपने मांग पत्र में अस्पताल प्रबंधक ने कहा है कि सदर अस्पताल में खास करके गर्भवती महिला जो रात के समय में उनका अल्ट्रासाउंड करना बेहद जरूरी होता है. ऐसी स्थिति में उन्हें अल्ट्रासाउंड के लिए बाहर भेजना पड़ता है. यदि सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की दो मशीन रहेगी तो ऐसे में 24 घंटे अल्ट्रासाउंड सेवा देने को लेकर सदर अस्पताल हमेशा तत्पर रहेगा. सदर अस्पताल में अभी जो अल्ट्रासाउंड मरीज को सेवा मिल रही है. वह काफी पुराना हो गया है. आधुनिक दौर में लेटेस्ट अल्ट्रासाउंड मशीन की आवश्यकता पड़ गई है. जिसमें अल्ट्रासाउंड में बेहतर रिपोर्ट मरीजों को मिल सकें. दूसरी तरफ फिलहाल अभी अल्ट्रासाउंड की सेवा सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों को ही मिल रही है. ओपीडी में आनेवाले मरीजों को नहीं मिलता लाभ ओपीडी में आने वाले मरीजों के लिए अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था नहीं है. खास कर गर्भवती महिला की परेशानी उस समय बढ़ जाती है. जब डिलीवरी के लिए वह शाम के समय सदर अस्पताल में भर्ती होती है. ज्यादा संवेदनशील मामला होने पर ऐसे मरीज को फौरन अल्ट्रासाउंड की जरूरत पड़ती है. ऐसे में ओपीडी के समय ही अल्ट्रासाउंड सेवा रहने के कारण ऐसे मरीजों को अल्ट्रासाउंड सेवा नहीं मिल पाता. जिस कारण से उन्हें बाहर निजी प्राइवेट अल्ट्रासाउंड में अपना जांच करने के लिए मजबूर होना पड़ता है. ऐसी स्थिति में गर्भवती महिलाओं के लिए यह काफी परेशानी बड़ा समय से गुजरना पड़ता है. यदि सदर अस्पताल में 24 घंटे अल्ट्रासाउंड की सेवा बहाल रहेगी तो ऐसे मरीजों को बाहर जाने के लिए जरूरत ही नहीं पड़ेगी. सारे जांच सदर अस्पताल में ही कर लिए जायेंगे. 30 से 40 मरीजों का फिलहाल प्रतिदिन होता है अल्ट्रासाउंड सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड में रोजाना 30 से 40 मरीज का अल्ट्रासाउंड किया जा रहा है. यह सेवा सिर्फ आउटडोर समय तक ही सीमित है. लेकिन खास करके शाम के समय आउटडोर के बाद यदि कोई गर्भवती महिला या गंभीर मरीज सदर अस्पताल पहुंचते है तो ऐसी स्थिति में उन्हें अल्ट्रासाउंड के लिए बाहर भेजना पड़ता है. यदि अल्ट्रासाउंड की दो मशीन रहेगी तो सदर अस्पताल में 24 घंटे अल्ट्रासाउंड की सेवा मरीजों को दिया जा सकेगा. उन्होंने बताया कि इसको लेकर बीएमएसआईसीएल से दो अल्ट्रासाउंड मशीन की मांग की गयी है.
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