बंद आरबीएचएम जूट मिल के जमीन पर उद्योग की स्थापना को लेकर दिया धरना
मजदूर संघ इंटक के पदाधिकारियों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रति जताया आक्रोश
कटिहार. बंद पड़े आरबीएचएम जूट मिल के खाली जमीन पर कटिहार में उद्योग धंधा स्थापित हो इसको लेकर सोमवार को जूट मिल के मुख्य द्वार पर कटिहार मजदूर संघ इंटक के नेतृत्व में कई लोगों ने जिला अध्यक्ष विकास सिंह के नेतृत्व में एक दिवसीय भूख हड़ताल किया. मिल की लगभग 55 एकड़ खाली जमीनों पर नये सिरे से नये उद्योग लगाने को लेकर सभी ने एक स्वर में इसकी मांग की. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा कि एक समय था. जब कटिहार जिले की पहचान औद्योगिक नगरी के रूप में हुआ करती थी. आज एक समय ऐसा आ गया है कि कटिहार जिला उद्योग विहिन होते जा रहा है. मिल बंद होने से हजारों मजदूरों एवं उनके परिवार उनके बच्चे के सामने भूखमरी की नौबत आ गयी है. उन्होंने कहा कि जल्द ही मजदूरों के साथ बिहार सरकार के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री सह कटिहार जिला प्रभारी मंत्री नीरज कुमार सिंह बब्लू से मिल कर मांग पत्र सौंपेंगे. मौके पर अध्यक्ष ने मिल के इंचार्ज पर गंभीर आरोप भी लगाये. उन्होंने कहा कि जहां एक ओर हमलोग मिल चालू करवाने को लेकर आन्दोलन कर रहे. दूसरी ओर मिल इंचार्ज अंकित अग्रवाल एवं सेफली प्रोडक्शन सर्विसेस के निदेशक पवन शर्मा दोनों मिलकर मिल में खुले आम अवैध राशि वसूली कर रहे है. उन्होंने एनजेएमसी कोलकाता कार्यालय के सीएनडी अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक से मांग की कि मिल इंचार्ज अंकित अग्रवाल एवं एजेंसी के निदेशक पवन शर्मा पर कठोर कार्रवाई की जाये. इस अवसर पर गौतम कुमार घोष, सतीश सिंह, नौशाद सिद्दीकी, श्याम किशोर सिंह, लालमोहन सिंह, हरेंद्र मिश्रा, पुरण महतो, मोहनलाल सिंह, दिलीप सिंह, संतोष सिंह, मोहर्रम खान, प्रकाश महतो, सविता देवी, अमर सिंह, अमरनाथ शर्मा, रामानंद सिंह, राजा केसरी, अखिलेश यादव, शोएब, सीता देवी, राजेंद्र राय आदि उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है