बिहार चिकित्सा व जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने 12 सूत्री मांगों को लेकर किया प्रदर्शन

मांगों के समर्थन में कर्मियों ने की नारेबाजी

By Prabhat Khabar News Desk | August 17, 2024 10:58 PM

कटिहार. बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के सम्बद्ध बिहार राज्य आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ तथा बिहार राज्य ममता कार्यकर्ता संघ अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर आशा व ममता ने शनिवार को सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन के उपरांत 12 सूत्री मांगों का ज्ञापन सिविल सर्जन के माध्यम से मुख्यमंत्री को सौंपा. आशा संघ से अध्यक्षता कर रहे जिला मंत्री जिवछी देवी तथा सबकी अगुवाई कर रहे बिहार चिकित्सा संघ के प्रदेश मंत्री सुभाष चंद्र महतो मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद की. मौके पर आशा संघ के प्रदेश मंत्री जिवछि देवी ने कहा कि हमारी 12 सूत्री मांगे है. जिसमें आशा व आशा फैसिलिटेटर को राज्य निधि से देय 1000 रूपया मासिक संबंधी सरकारी संकल्प में अंकित पारितोषिक शब्द को बदल कर समझौते के आलोक में 2500 रुपये नियत मासिक मानदेय का भुगतान करने संबंधी प्रस्ताव को मंत्रिमंडल से पारित कराकर अविलंब भुगतान किया जाय. इसे बढ़ाकर दस हजार रुपये किया जाय, आशा कार्यकर्ताओं, आशा फैसिलिटेटरों को भी प्रोत्साहन राशि का अद्यतन भुगतान सहित इसमें एकरूपता पारदर्शिता लायी जाय, आशा के भुगतान में व्याप्त भ्रष्टाचार, कमिशनखोरी पर सख्ती से रोक लगायी जाय, सभी आशा व आशा फैसिलिटेटर को आंगनबाड़ी की तरह उम्र सीमा 60 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष किया जाय आदि मांगे शामिल है. जबकि ममता कार्यकर्ता संघ की ओर से भी 12 सूत्री मांगों में ममता कार्यकर्ता को सरकारी सेवक घोषित किया जाय. जब तक सरकारी सेवक घोषित नहीं किया जाता है. तब तक 45वें एवं 46वें श्रम किम्यतन के अनुशंसा के आलोक में 26000 रूपया न्यूनतम वैधानिक पारिश्रमिक का भुगतान करना सुनिश्चित किया जाय, सेवा निवृति के पश्चात ममता कार्यकर्ताओं को दस हजार रुपये महिना पेंशन अन्य सेवांत का लाभ उपलब्ध कराया जाय, ममता कार्यकर्ताओं को 300 रुपये प्रति प्रसव के बजाय प्रत्येक ममता को दस हजार रुपये महीना मानदेय का भुगतान कराया जाय मांगे शामिल रही. मौके पर बिहार चिकित्सा संघ के प्रदेश मंत्री सुभाष चंद्र महतो ने कहा कि आशा और ममता की मांगों पर सरकार को सकारात्मक पहल करनी चाहिए. क्योंकि आशा व ममता मेहनत कर सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतार रही है. मरीजों को इसके कार्य करने से काफी लाभ पहुंच रहा है. इस अवसर पर आशा सहरून निशा, निशात परवीन, ममता संगीता देवी, जयमाला देवी, सुदामा देवी, कृष्णा देवी आदि इस प्रदर्शन में शामिल थे.

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