– अस्पताल में उपस्थित लोगों को दवा खिलाकर किया एमडीए अभियान की शुरुआत – 14 दिनों तक डोर टू डोर स्वास्थ्य कर्मियों ने लोगों को खिलाया जायेगा दवा कटिहार फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले में सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम सोमवार से शुरू किया गया. इसके तहत जिले के सभी प्रखंडों के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों द्वारा वृहत पैमाने पर फाइलेरिया रोधी दवा सेवन करते हुए फाइलेरिया ग्रसित होने से अपने और अपने परिवार को सुरक्षित किया जायेगा. सदर अस्पताल में सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह द्वारा स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा दवा खाते हुए अन्य उपस्थित लोगों को डीईसी व एल्बेंडाजोल की दवा खिलाकर की गयी. इस दौरान एसीएमओ सह जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ जेपी सिंह, भीबीडीसीओ एन के मिश्रा, एनसीडीओ डॉ आर सुमन, डीपीएम डॉ किशलय कुमार, डीसीएम अश्विनी मिश्रा, डीएमई अखिलेश कुमार, अस्पताल प्रबंधक चंदन कुमार सिंह के साथ पिरामल स्वास्थ्य के एसपीएम अमित शर्मा, जिला लीड आजाद सोहैल, प्रोग्राम लीड रणविजय कुमार, प्रोग्राम अधिकारी अभिमन्यु कुमार, यशवंत कुमार सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी और मरीज और उनके परिजन उपस्थित रहे. दवा सेवन के बाद साइड इफेक्ट्स की संभावना, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं: सिविल सर्जन एमडीए अभियान के शुभारंभ के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा फाइलेरिया से सुरक्षा की दवा का सेवन कर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह ने कहा कि लोगों को फाइलेरिया बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लोगों को घर घर पहुंचकर फाइलेरिया रोधी दवा डीईसी व एल्बेंडाजोल का सेवन कराने की शुरुआत आज से की गई है. दो साल से ऊपर सभी लोगों को फाइलेरिया बीमारी से सुरक्षित रहने के लिए दवा का सेवन करना सुनिश्चित करना है. लोगों को फाइलेरिया संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए जिले के सभी प्रखंडों में एमडीए अभियान शुरु किया है. स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा दो वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को घर-घर पहुंचकर फाइलेरिया सुरक्षा का दवाई खिलाया जायेगा. कार्यक्रम के दौरान दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से ग्रसित मरीजों को फाइलेरिया सुरक्षा की दवा नहीं खिलाई जायेगी. सभी लाभार्थियों को उम्र के हिसाब से डीईसी और अल्बेंडाजोल की गोली खिलाने के लिए आशा दीदी, आंगनबाड़ी सेविका सहित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के द्वारा डोर टू डोर भ्रमण कर सामने ही दवा खिलाई जायेगी. लाभार्थियों को खाली पेट दवा का सेवन नहीं करना है. दवा खाने से किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी. दवा सेवन के बाद किसी को साइड इफेक्ट्स हो सकता है. लेकिन इसके कम चांस ही है. लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है. अगर आपके शरीर के अंदर फाइलेरिया की बैक्टीरिया है तो उल्टी, दस्त या चक्कर जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है. घबराने की जरूरत नहीं है. ऐसी स्थिति होने पर ज्यादा पानी पीने और आराम करने से इससे लोग ठीक हो जायेंगे. जिले के सभी लोगों को फाइलेरिया के सुरक्षित रहने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों के सामने दवा का सेवन जरूर करना है.
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