प्रतिनिधि, कटिहार. भारतीय रेल ने इस त्योहारी सीजन में यात्री परिवहन में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर हासिल किया है. इसमें एक अक्तूबर से पांच नवंबर तक 65 लाख से अधिक यात्रियों को सफर कराया गया है. जो ऑस्ट्रेलिया व न्यूज़ीलैंड की संयुक्त जनसंख्या से भी अधिक है. इस अवधि के दौरान विशेष ट्रेन सेवाओं के माध्यम से करीब 7.5 करोड़ यात्री बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड की यात्रा की है. चार नवंबर को भारतीय रेल ने 120.72 लाख से अधिक गैर-उपनगरीय श्रेणी के यात्रियों और उपनगरीय यातायात में अतिरिक्त 180 लाख यात्रियों को सफर करवा कर एक नया रिकॉर्ड बनाया. जो इस वर्ष का सबसे उच्चतम एक दिवसीय यात्री आंकड़ा है. 7666 विशेष ट्रेन सेवा चालू यात्रियों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए भारतीय रेल ने एक अक्तूबर से 30 नवंबर तक 7,666 विशेष ट्रेन सेवाएं शुरू की है. जो पिछले वर्ष के 4,429 सेवाओं से 73% अधिक है. पीक दिनों के दौरान तीन नवंबर को 207 ट्रेनें, 4 नवंबर को 203, 5 नवंबर को 171 और 6 एवं 7 नवंबर को 164 ट्रेनें चलायी गयी. 8 नवंबर, 2024 से शुरू होने वाली प्रत्याशित छठ वापसी की भीड़ को ध्यान में रखते हुए, भारतीय रेल ने पूर्वोत्तर सीमा रेलवे में यात्रियों की भीड़ को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. जो 1 अप्रैल से 7 नवंबर तक 80 विशेष ट्रेनें चलाईं और 800 से अधिक ट्रिपों का संचालन किया है इससे 11.35 लाख से अधिक यात्रियों को सेवा प्रदान की और लगभग 99.77 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है. समस्तीपुर और दानापुर जैसे विशेष मांग वाले क्षेत्रों में अतिरिक्त विशेष ट्रेनें निर्धारित की हैं. इनमें 8 नवंबर को 164, 9 नवंबर को 160, 10 नवंबर को 161 और 11 नवंबर को 155 ट्रेनें चलेंगी.
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