बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सुविधा नदारद, चारा के लिए पशुपालक परेशान

नेपाल के तराई क्षेत्र में लगातार मूसलधार बारिश होने से महानंदा का जलस्तर बढ़ने से बाढ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 7, 2024 11:57 PM
an image

बलिया बेलौन. नेपाल के तराई क्षेत्र में लगातार मूसलधार बारिश होने से महानंदा का जलस्तर बढ़ने से बाढ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. इस क्षेत्र में भी एक सप्ताह से मूसलधार बारिश से ग्रामीण क्षेत्र की स्थिति और गंभीर हो गयी है. महानंदा अभी खतरे के निशान को पार कर गया है. जिस तेजी से महानंदा का जलस्तर बढ़ रहा है. कल तक बाढ़ की स्थिति भयावह हो सकती है. इलाके में बाढ़ का पानी फैल जाने की संभावना जतायी जा रही है. मुखिया संघ अध्यक्ष मेराज आलम ने कहा की नेपाल की तराई इलाके में भारी बारिश होने से महानंदा का जलस्तर बढ़ा है. संभावित बाढ़ को देखते हुए बाढ़ पूर्व तैयारी का प्रशासनिक तौर पर जायजा लेने की जरूरत है. बाढ़ से बचाव की लोगों को जानकारी नहीं मिल रही है. बाढ़ से बचाव के लिए चिन्हित ऊंचे स्थान की लोगों को जानकारी नहीं है. पंचायतों में अब तक नाव उपलब्ध नहीं हो सका है. बाढ़ आने पर तत्काल राहत के लिए सामग्री ग्राम पंचायत में उपलब्ध कराने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष बाढ़ से तबाही मचाता है. बाढ़ की स्थिति भयावह होने के बाद प्रशासन की आंख खुलती है. ऐसे में बाढ़ पीड़ितों को समय पर राहत सहायता नहीं मिल पा रहा है. ग्राम पंचायत शेखपुरा, तैयबपुर, रिजवानपुर, भौनगर, चनदहर, निस्ता, बीझारा, शिकारपुर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है. कदवा भाग एक का अधिकांश पंचायत बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है. ऐसे में इस क्षेत्र में बाढ़ से बचाव की तैयारी समय से पहले करने की जरूरत थी. जिला परिषद मुनतसीर अहमद, मुखिया मेराज आलम, मारूफ अहसन, एकबाल हुसैन, रागिब शजर, असरार अहमद, नाहीद आलम, सत्यनारायण यादव, हाजी एजाजुल हक, तहमीद सद्दाम, इनायत राही, अख्तर आलम ने बाढ़ पूर्व तैयारी के प्रति असंतुष्ट जतायी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version