जांच पर प्रतिनिधि उठा रहे सवाल, सम्यक जांच नहीं होने पर बनायी गयी थी टीम
मध्याह्न भोजन के वेंडरों के 20प्रतिशत कमीशन पर वाउचर बिक्री के संबंध में की गयी थी शिकायत
कटिहार. सहायक निदेशक मध्याह्न भोजन योजना, बिहार की ओर से 19 जून 2024 एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी पीएम पोषण योजना के जारी पत्र 15 जून के द्वारा बारसोई प्रखंड से संबंधित प्राप्त परिवाद के स्थलीय जांच के लिए टीम बनायी गयी थी. लेकिन प्रत्येक बिन्दु पर सम्यक जांच नहीं होने की वजह से प्राप्त परिवाद के निष्पादन के लिए बारसोई प्रखंड अंतर्गत विद्यालयों में उपलब्ध कराये जा रहे खाद्य सामग्री आपूर्तिकर्ता दुकान, प्रतिष्ठान एवं विद्यालयों की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच टीम बनायी गयी थी. डीपीओ पीएम पोषण योजना द्वारा निर्देश दिया गया कि विद्यालयों में खाद्य सामग्री आपूर्तिकर्ता भेंडर का विहित प्रपत्र में जांच कर जांच प्रतिवेदन 27 जून की शाम पांच बजे उनके समक्ष उपलब्ध कराना है. साथ में डीपीएम द्वारा की गयी जांच के बाद आमजनों व प्रतिनिधियों ने जांच के नाम पर कोरम पूरा किये जाने की बात कही जा रही है. जांच टीम में पदाधिकारियों में जिला कार्यक्रम प्रबंधक, मध्याह्न भोजन योजना के अरूण कुमार सिंह, जिला लेखापाल मध्याह्न भोजन योजना कटिहार के दिगम्बर कुमार, प्रखंड साधन सेवी नियाज आलम के साथ सहयोगी कमियों में मनोज कुमार साह, प्रखंड साधन सेवी बलरामपुर, अमित कुमार दास, प्रखंड साधन सेवी फलका, जाहिद हुसैन, परिचालन सहायक मध्याह्न भोजन योजना कटिहार शामिल थे. जिला कार्यक्रम प्रबंधक, मध्याह्न भोजन योजना के अरूण कुमार सिंह ने बताया कि प्राप्त निर्देश के आलोक में जांच की गयी. जांच प्रतिवेदन 27 जून की शाम डीपीओ पीएम पोषण योजना को समर्पित कर दिया गया है. मालूम हो कि जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव रौशन अग्रवाल द्वारा फरवरी माह में बारसोई प्रखंड के सरकारी विद्यालय में मध्याह्न भोजन के वेंडरों द्वारा बीस प्रतिशत कमीशन से प्रधानाध्यापक को वाउचर बिक्री करने को लेकर शिकायत बारसोई एसडीओ से की गयी थी.
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