एम्पलाइज यूनियन का एक ही लक्ष्य, सभी रेल कर्मियों के लिए समान पेंशन बहाल करना
सरकार कर्मचारी विरोधी नीति को वापस नहीं लेती है तोआगामी चुनाव में इसका परिणाम सरकार को झेलना होगा
कटिहार. एनएफ़रेलवे एम्पलाइज यूनियन के महामंत्री मुनींद्र सैकिया की अध्यक्षता और मंडल अध्यक्ष रूपेश कुमार के नेतृत्व में रेलवे सीनियर इंस्टीट्यूट में द्विवार्षिक सम्मेलन, 2024 का समापन सोमवार को हो गया. जिसमें तकनीकी, सामान्य और महिला शाखा का चुनाव के दौरान नई कमेटी का गठन किया गया. आयोजित द्विवार्षिक सम्मेलन के दौरान यूनियन के महामंत्री सह मुख्य अतिथि मुनींद्र सैकिया ने बताया कि एम्प्लायज यूनियन शुरू से ही रेल कर्मचारियों के लिए अपनी आवाज बुलंद करते आ रहा है. इसी कर्म में नई पेंशन नीति के खिलाफ शनिवार को विरोध प्रदर्शन करते हुए एक विशाल जुलूस रेल परिसर से निकाली गई थी. वर्ष 2004 से रेलवे में आने वाले कर्मचारियों के ऊपर न्यू पेंशन स्कीम को लागू किया गया. तब से एनएफआईआर और एनएफ़ रेलवे एम्पलाइज यूनियन इसका पुरजाेर विरोध कर रही है. एनएफआईआर और एनएफ़ रेलवे एम्पलाइज यूनियन का एक ही लक्ष्य है. सभी रेल कर्मियों के लिए समान पेंशन बहाल करना है. वर्तमान सरकार का यह कर्मचारी विरोधी नीति एनएफआईआर और एनएफ़ रेलवे एम्पलाइज यूनियन कभी बर्दाश्त नहीं करेगा. यदि सरकार कर्मचारी विरोधी नीति को वापस नहीं लेती है तो आंदोलन के साथ आगामी चुनाव में इसका परिणाम सरकार को झेलना होगा. मंडल सचिव रूपेश कुमार ने यूनियन की मुख्य 25 मुख्य मांगों के संबंध में बताते हुए कहा की रेलवे संपत्ति को निजीकरण व मुद्रीकरण करना बंद करना. एलडीसीई ओपन टू ऑल सुनिश्चित करना. रनिंग कर्मचारियों के लिए सेफ्टी टूल्स, लाइन बॉक्स एवं एफएसडी को लोको एवं ब्रेक वन में स्थापित करना. सभी विभागों में 5 वर्षों से लंबित ओटीए का भुगतान जल्दी से जल्द कना, 10% इंटक कोटा को अतिशीघ्र बहाल करना, संरक्षा कैटेगरी के सभी कर्मचारियों को हार्ड ड्यूटी एलाउंस, रिस्क अलाउंस, सेफ्टी अलाउंस सुनिश्चित करना, रनिंग स्टाफ के किलोमीटर भत्ता में इनकम टैक्स की छूट की सीमा 70 प्रतिशत या 10000 से बढ़ाकर 25000 करना. रनिंग स्टाफ के लिए निर्धारित रूट फिक्सेशन का पालन एवं 36 घंटा के अंदर मुख्यालय वापस लाना सुनिश्चित करना, इंजीनियरिंग एवं परिचालन विभाग के सभी गेटमैन का ड्यूटी रोस्टर 8 घंटे करना तथा सभी एलसी गेट मेंन पर मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करना. महिला कर्मचारियों के लिए प्रत्येक कार्य स्थलों पर अलग से शौचालय एवं चेंजिंग रूम की व्यवस्था करना, सभी विभाग का ड्यूटी रोस्टर 12 घंटे से के जगह 8 घंटे सुनिश्चित करना, रेलवे अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ का पदस्थापना करना तथा सभी प्रकार के उचित उपचार की व्यवस्था करना, टिकट चेकिंग कैटेगरी के स्क्वाड में काम कर रहे कर्मचारियों को सीटीए अविलंब देना आदि मांगे मुख्य रूप से शामिल है.
कार्यक्रम में इनकी रही उपस्थिति
आयोजित सम्मेलन में डीआरएम सुरेंद्र कुमार, एडीआरएम मनोज कुमार सिंह सहित सभी विभाग के रेल अधिकारी भी उपस्थित हुए. जिस दौरान यूनियन के महामंत्री द्वारा उपस्थित सभी रेल अधिकारियों को शॉल ओढ़ाकर बुके देकर स्वागत किया गया. मौके पर उपस्थित डीआरएम सुरेंद्र कुमार ने अपने संबोधन में यूनियन और रेल प्रशासन के बीच अच्छा संबंध और सामंजस्य बताते हुए मंडल स्तर पर हर संभव मदद करने का अश्वाशन दिया. इस अवसर पर केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष दिनेश पासवान, केंद्रीय संगठन मंत्री रजनीश कुमार, मंडल अध्यक्ष मनीष कुमार, विवेकानंद, मोहन लाल गुप्ता, डीके सिंह, मुकुंद मिश्रा, पवन कुमारी, कविता रानी, रविंद्, रअश्विनी, आलोक, विनय, राहुल, इंदल राय, यूएन केशरी रंजॉय चन्दा, भास्कर, बिराज, डीमू , सूरज मिश्रा आदि सैकड़ों की संख्या में यूनियन के सभी शाखा के प्रतिनिधि आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है