Loading election data...

प्रखंडों में बीज वितरण कार्य असंतोषजनक, कटिहार 32वें स्थान पर

डीएओ ने तीन प्रखंडों के बीएओ को छोड़ शेष को चेताया

By Prabhat Khabar News Desk | November 24, 2024 10:54 PM

कटिहार. रबी वर्ष 2024-25 विभिन्न फसलों के बीज वितरण के मामले में कृषि कर्मी व पदाधिकारी उदासीनता बरत रहे हैं. जिसका नतीजा है कि मसूर व सरसों में लक्ष्य के अनुरूप महज फलका प्रखंड पूर्ण कर लिया है. समेली व कुरसेला प्रखंड का प्रगति भी काफी सराहनीय है. शेष सभी प्रखंडों में बीज वितरण कार्य निराशजनक है. इसको देखते हुए जिला कृषि पदाधिकारी मिथिलेश कुमार ने जिले के तीन प्रखंडों को छोड़ शेष सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी को चेतावनी दिया है कि तीस नवम्बर तक अपने अधीनस्थ कृषि कर्मी कार्यालय में उपस्थित रहकर बीज वितरण करायें. 25 नवम्बर तक उपलब्ध सभी प्रकार के बीजों का वितरण सुनश्चित कराने का निदेश दिया है. बताया है कि किसी भी प्रखंड में यदि बीज वितरण अवशेष रह जाता है तो संबंधित पंचायत के कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार को 23 नवम्बर से अनुपस्थित मानते हुए उनके वेतन, मानदेय को कटौती की जायेगी. साथ ही संबंधित प्रखंड कृषि पदाधिकारी के वेतन अवरूद्ध रखने के लिए कोषागार पदाधिकारी को सूचना देने की चेतावनी भी दी है. उन्होंने 23 नवम्बर को जिले के सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी के नाम रबी वर्ष 2024-25 विभिन्न फसलों का वितरण करने के संबंध में एक पत्र जारी किया है. 21 नवम्बर के जारी पत्र के प्रसंग में बताया गया है कि रबी फसलों का 25 नवम्बर तक बीज वितरण की समय सीमा निर्धारित है. 30 नवम्बर तक अपने अधीनस्थ कृषि कर्मी को कार्यालय में उपस्थित रहकर बीज वितरण कराने का भी निर्देश दिया गया है. 23 नवम्बर को यह पाया गया कि फसल प्रत्यक्षण मसूर, सरसों में प्रखंड फलका, समेली को छोड़कर अन्य प्रखंडों का बीज वितरण की प्रगति काफी निराशनजक है. अनुदानित दर पर बीज वितरण फलका के द्वारा लक्ष्य के अनुरूप पूर्ण कर लिया गया है. कुरसेला, समेली प्रखंड का प्रगति भी काफी सराहनीय है. शेष प्रखंडों में बीज वितरण असंतोषजनक है. ऐसी स्थिति में कटिहार जिला बीज वितरण में 32वें स्थान पर है. चेतावनी के साथ निर्देश दिया है कि 25 नवम्बर तक उपलब्ध सभी प्रकार के बीजों का वितरण सुनिश्चित करायें. किसी भी प्रखंड में यदि बीज वितरण अवशेष पाया जाता है तो संबंधित पंचायत के कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार को 23 नवम्बर से अनुपस्थित मानते हुए उनके वेतन, मानदेय को कटौती की जायेगी. साथ ही संबंधित प्रखंड कृषि पदाधिकारी का वेतन अवरूद्ध रखने के लिए कोषागार पदाधिकारी को सूचित किया जायेगा. रबी वर्ष 2024-25 विभिन्न फसलों के बीज वितरण के मामले में कृषि कर्मी व पदाधिकारी उदासीनता बरत रहे हैं. जिसका नतीजा है कि मसूर व सरसों में लक्ष्य के अनुरूप महज फलका प्रखंड पूर्ण कर लिया है. समेली व कुरसेला प्रखंड का प्रगति भी काफी सराहनीय है. शेष सभी प्रखंडों में बीज वितरण कार्य निराशजनक है. इसको देखते हुए जिला कृषि पदाधिकारी मिथिलेश कुमार ने जिले के तीन प्रखंडों को छोड़ शेष सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी को चेतावनी दिया है कि तीस नवम्बर तक अपने अधीनस्थ कृषि कर्मी कार्यालय में उपस्थित रहकर बीज वितरण करायें. 25 नवम्बर तक उपलब्ध सभी प्रकार के बीजों का वितरण सुनश्चित कराने का निदेश दिया है. बताया है कि किसी भी प्रखंड में यदि बीज वितरण अवशेष रह जाता है तो संबंधित पंचायत के कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार को 23 नवम्बर से अनुपस्थित मानते हुए उनके वेतन, मानदेय को कटौती की जायेगी. साथ ही संबंधित प्रखंड कृषि पदाधिकारी के वेतन अवरूद्ध रखने के लिए कोषागार पदाधिकारी को सूचना देने की चेतावनी भी दी है. उन्होंने 23 नवम्बर को जिले के सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी के नाम रबी वर्ष 2024-25 विभिन्न फसलों का वितरण करने के संबंध में एक पत्र जारी किया है. 21 नवम्बर के जारी पत्र के प्रसंग में बताया गया है कि रबी फसलों का 25 नवम्बर तक बीज वितरण की समय सीमा निर्धारित है. 30 नवम्बर तक अपने अधीनस्थ कृषि कर्मी को कार्यालय में उपस्थित रहकर बीज वितरण कराने का भी निर्देश दिया गया है. 23 नवम्बर को यह पाया गया कि फसल प्रत्यक्षण मसूर, सरसों में प्रखंड फलका, समेली को छोड़कर अन्य प्रखंडों का बीज वितरण की प्रगति काफी निराशनजक है. अनुदानित दर पर बीज वितरण फलका के द्वारा लक्ष्य के अनुरूप पूर्ण कर लिया गया है. कुरसेला, समेली प्रखंड का प्रगति भी काफी सराहनीय है. शेष प्रखंडों में बीज वितरण असंतोषजनक है. ऐसी स्थिति में कटिहार जिला बीज वितरण में 32वें स्थान पर है. चेतावनी के साथ निर्देश दिया है कि 25 नवम्बर तक उपलब्ध सभी प्रकार के बीजों का वितरण सुनिश्चित करायें. किसी भी प्रखंड में यदि बीज वितरण अवशेष पाया जाता है तो संबंधित पंचायत के कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार को 23 नवम्बर से अनुपस्थित मानते हुए उनके वेतन, मानदेय को कटौती की जायेगी. साथ ही संबंधित प्रखंड कृषि पदाधिकारी का वेतन अवरूद्ध रखने के लिए कोषागार पदाधिकारी को सूचित किया जायेगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version