आबादपुर 14 शाबान के मौके पर बारसोई प्रखंड क्षेत्र में शब-ए-बारात का पर्व पूरे अकीदत के साथ गुरूवार को मनाया गया. मौके पर अकीदतमंदों ने अपने-अपने घरों में कुरआन-ए-पाक की तिलावत की. पूरे एहतेराम के साथ सजदे मेंं सर झुकाये. इस दौरान लोगों ने अपने-अपने घरों में फातिहा के लिए कई प्रकार के हलवे एवं अन्य पकवान पकाये. हुजूर साहब के नाम फातिहा पढी. गौरतलब हो कि शब-ए-बारात को गुनाहों की बख्शायीश की रात भी कहा जाता है. इसलिए इस मौके पर लोग रात भर जागकर इबादतें किया करते हैं. पाक परवर दिगार के समक्ष अपने गुनाहों की मांफी मांगते हैं. अपने पुरखों की मगफिरत के लिए दुआएं करते हैं. इस संबंध में गुरूवार को ईमाम कारी हजरत अली ने बताया कि शब-ए-बारात के अगले दिन रखे जाने वाले रोजे के बहुत सवाब होते हैं. यह रोजा हजार महीनों से भी कहीं ज्यादे अफजल है.
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