अमदाबाद प्रखंड में बड़े धूमधाम के साथ शब-ए-बरात मनायी गयी. इसे लेकर लोगों ने विभिन्न बाजारों में जमकर खरीदारी की. जानकर मुफ्ती रेहान शकाफी ने बताया कि आज की रात जो भी दुआएं मांगी जाती है. वह पूरी होती है. आज की रात को फजीलत, बरकत, मगफिरत की रात होती है. अपना गुनाहों की बख्शीश करने की रात है. सभी रातों में से आज की रात काफी अहम मानी जाती है. लोग अपने घरों से निकलकर कब्रिस्तान पहुंचते हैं. अपने पूर्वजों के नाम फातिहा कर दुआ करते हैं. घरों में मीठा पकवान बनाने का भी रिवाज है. उसके बाद फतेहा होती है. फिर एक दूसरे को बांटने भी रिवाज पूर्वजों से चली आ रही है. कुछ लोग अपने-अपने घरों में रहकर भी इबादत करते हैं. इस दौरान नमाज पढ़ी जाती है और नमाज पढ़ने के दौरान लोग अपने और अपने पूर्वजों के लिए दुआ मांगते हैं.
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