बलिया बेलौन कटिहार निवासी एएमयू ओल्ड ब्वायज एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जावेद अहमद की ओर से अंतराष्ट्रीय स्तर पर कतर की राजधानी दोहा के भारतीय दूतावास में सर सैयद दिवस का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि कतर में भारत के राजदूत विपुल कुमार, एएमयू के कुलपति प्रो नईमा खातुन ने दीप प्रज्ज्वलित कर सर सैयद दिवस का शुभारंभ किया. शुभारंभ कुरआन ए पाक की तिलावत से शुरू किया गया. भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निधन पर उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन रख कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. कहा की कतर में रह रहे एएमयू के पुर्व छात्र शरीक होकर एक टीम एक सपना के तहत काम करने का संकल्प लिया. कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत गजाला यास्मीन, मंच संचालन डॉ नईम अमन ने किया. सर सैयद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा की 19वीं शताब्दी में सर सैयद अहमद खान ने जो विजन लेकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कायम किया था. वह आज भी बरकरार है. धन्यवाद ज्ञापन के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष जावेद अहमद ने एएमयू के कुलपति नईमा खातुन को एएमयू पूर्व छात्रों का पदेन संरक्षक बनने का प्रस्ताव दिया. ताकि एएमयू एलुमनी को मजबूत किया जा सके. साथ ही कतर में एएमयू परिसर स्थापित करने के प्रस्ताव पर चर्चा की गयी. इस अवसर पर कतर में रह रहे एएमयू के पूर्व छात्र सोफिया बुखारी, मोएज वाजुद्दीन, यासीर नैयर, डॉ आशना नुसरत, पूर्व कुलपति सैयद सैफुद्दीन, डॉ नदीम जफर जिलानी, फैसल नदीम, फरमान खान, फारूख अली फारूकी, डॉ सैयद इन्तखाब, साईया रिफत, डॉ अमीर, डॉ सिकन्दर आफताब, डॉ मुशर्रफ, डॉ इम्तियाज साहील, डॉ हबीबा हिना, तनवीर अहमद, सैयद शहाबुद्दीन, आफताब हुसैन, प्रमोद कुमार, फरहत अली खान, इरफान अंसारी, मुमताज हुसैन सहित पूर्व छात्रों के परिवार उपस्थित रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है