Katihar news :सिंचाई के लिए लगया गया स्टेट बोरिंग पड़ा है बेकार, किसानों को नहीं मिल रहा कोई लाभ
नलकूप खराब रहने के कारण किसानों में देखा जा रहा है आक्रोश
कोढ़ा. प्रखंड क्षेत्र में किसानों की सिंचाई के लिए सरकार द्वारा लगाये गये स्टेट बोरिंग खराब होकर बेकार पड़ा है. जिस कारण किसानों को सिंचाई करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. मजबूरन किसानों को अपने खेती में सिंचाई के लिए महंगे डीजल खरीद कर पटवन करना पड़ रहा है. हालांकि स्थानीय किसानों ने कई बार प्रखंड प्रशासन से लेकर जिला के सिंचाई से संबंधित अधिकारियों के यहां भी बंद पड़े स्टेट बोरिंग को चालू करने की गुहार लगा चुके हैं. पर इस दिशा में सिंचाई विभाग उदासीन बना है. प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रखंड क्षेत्र के संदलपुर, मधुरा, मकईपुर, हदिया रमना, नक्कीपुर, बिनोदपुर आदि जगहों में स्टेट बोरिंग बंद रहने के कारण किसान हताश व चिंतित नजर आ रहे हैं. हालांकि सूत्रों की अगर यकीन करें तो सिंचाई नलकूप अधिकारियों के नजर में कागजी तौर पर आज भी चालू है. किसानों ने बताया कि सरकार की ओर से हमारे यहां स्टेट बोरिंग जब लगा था तो अपने खेतों में लगे विभिन्न फसलों में सिंचाई करने में काफी सुविधा होती थी. किसान मजहर अली, दिलीप कुमार, जलील, विकास कुमार, सोहराब आलम, वरुण यादव, श्याम भगत, खुर्शीद अली एवं कैयूम अली ने बताया कि अभी मक्का व गेहूं फसल का सीजन है. मक्का गेहूं की खेती में सिंचाई की अहम भूमिका होती है. ऐसे में जब सरकारी नलकूप चालू अवस्था में था तो महज 300 से 400 में एक एकड़ में सिंचाई हो जाया करता था. पंप सेट से महंगे डीजल खरीद कर मक्का गेहूं में पटवन बड़ा महंगा साबित हो रहा है. स्थानीय किसानों ने बंद पड़े नलकूप को यथाशीघ्र सरकार व विभाग से चालू करने की मांग की है.
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