प्रखंड स्थित ढेरुआ पंचायत के वार्ड संख्या 13 पकड़िया गांव में अनिल दास के गेहूं खेत में मिट्टी खुदाई के दौरान भगवान सूर्य की दुर्लभ प्राचीन प्रतिमा मिली है. मूर्ति निकलने के बाद देखने के लिए आसपास गांव के लोगों की बड़ी संख्या में भीड़ जुड़ गयी. जमीन मालिक प्राचीन सूर्यदेव की दुर्लभ प्रतिमा को उठाकर घर के आंगन मंदिर समक्ष लाकर रख दिया है. इसको लेकर जमीन मालिक अनिल दास व उनके पुत्र संतोष कुमार दास ने बताया कि घर के समीप ही हमारी एक खेत है. जिसमें गेहूं लगाये थे. फसल उत्पादन नहीं के बराबर होने के कारण मिट्टी खुदाई कर मखाना की खेती करने का मन बनाया. जिसको लेकर मिट्टी की खुदाई कर रहे थे. इसी दौरान रविवार को भगवान सूर्य की तीन फीट ऊंची मूर्ति मिली है. जो हजारों साल पुरानी प्रतिमा प्रतीत हो रही है. पहले तो प्रतिमा का पता नहीं चल पा रहा था किस भगवान का है. जैसे- जैसे लोगों को पता चलते गया. प्रतिमा देखने को लेकर लोगों की भीड़ जुटने लगी. कुछ बुद्धिजीवियों ने गूगल के द्वारा सर्च कर देखा तो सूर्य भगवान की प्रतिमा प्रतीत हुई है. जिसे सभी लोग सूर्य भगवान की प्रतिमा मान रहे हैं. मौके पर प्रतिमा के पैर में जूता होने से लोग इसे भगवान सूर्य की दुर्लभ प्रतिमा को कई सदी पुरानी बता रहे हैं. मुकुट पहने सूर्य की प्रतिमा के दोनों हाथों में कमल के फूल की आकृति है. प्रतिमा के पैर में जूता है. जिसे गूगल सर्च में सूर्य की प्रतिमा बताया जा रहा है. मिट्टी खुदाई में भगवान की प्रतिमा निकालने की खबर से आसपास प्रखंड सहित जिले के कई जगहों से लोग यहां पहुंच कर प्रतिमा की पूजा अर्चना करते हुए मन्नतें मांग रहे हैं. मौके पर गांव के लोगों ने मंदिर स्थापित करने की बातें चल रही है. खबर की जानकारी मिलते ही प्रखंड प्रमुख नीलू देवी, मुखिया कंदलाल मुर्मू, रुस्तम अली, पूर्व प्रमुख मनोज मंडल सहित जनप्रतिनिधि व गणमान्य लोग मौके पर पहुंच प्रतिमा का दर्शन करते हुए प्रतिमा को अति प्राचीन बताया है. साथ ही सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अनीश कुमार, प्रभारी अंचल निरीक्षक सदानंद मंडल आदि पहुंचकर प्रतिमा का दर्शन करते हुए लोगों से पूछताछ करते हुए बताया कि इसकी रिपोर्ट वरीय पदाधिकारी को भेजी जायेगी. उसके बाद ही आगे कुछ होगा.
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