राशि के अभाव में स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज निर्माण कार्य महीनों से बंद

6 माह में 18 किलोमीटर ड्रेनेज निर्माण पर संशय, आमजन उठा रहे सवाल

By Prabhat Khabar News Desk | October 14, 2024 10:32 PM

सरोज कुमार, कटिहार. नगर निगम क्षेत्र के वार्ड को जलजमाव से मुक्ति को लेकर बन रहे स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज निर्माण कार्य राशि के अभाव में महीनों से बंद है. नगर निगम प्रशासन व बुडको के बीच आपसी रार कहें या आपसी समन्वय का अभाव इसका खामियाजा आमजनों को भुगतना पड़ रहा है. पूर्व उपमुख्यमंत्री सह सदर विधायक तारकिशोर प्रसाद के प्रयास से 2022 में 220 करोड़, पचास लाख, 92 हजार वाला स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज के रूप में शहरवासियों को एक सौगात दिया गया. स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज निर्माण कार्य जून 2025 में 25 किलोमीटर तक पूरा होना है. निर्माण कार्य में निगम के असहयोगत्मक रवैये से बुडको अभियंता परेशान है. बुडको अभियंता की माने तो कार्य शुरू होने के समय 22 करोड़ रूपये उपलब्ध कराया गया था. इस दौरान शहर में करीब सात किलाेमीटर तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. पुन: स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज योजना के क्रियान्यन के लिए 1500.00 लाख मात्र सहायक अनुदान के रूप में वित्तीय वर्ष 2024-25 में स्वीकृत किया गया है. बुडको को आवंटन नहीं किये जाने के कारण कार्य महीनों से बंद है. बुडको के अभियंता की माने तो सितंबर माह मे ही उक्त राशि स्वीकृत की गयी है. आज तक इसका आवंटन नहीं हो पाया है. तीन चरणों में होने वाले स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज निर्माण अब तक पहले फेज को पूरा करने में बुडको पसीना छूट रहा है. प्रथम फेज का कार्य भी पूरा नहीं हो पाया है. जिसका नतीजा है कि हल्की बारिश में शहरी क्षेत्र के घरों के गंदा पानी शहर में फैल जाने से लोगों को जलजनित बीमारी की संभावना बनी रहती है. कार्य बंद होने से आमजन हो रहे परेशान आमजनों व पार्षदों की माने तो शहर क्षेत्र के घरों के नाले का गंदा पानी व बरसात में लगने वाले जलजमाव से निजात के लिए उक्त योजना के तहत स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज निर्माण कार्य 2022 मई में शुरू किया गया. इस कार्य को तीन फेज में 2025 जून तक पूरा करना था. तीस माह बीत जाने के बाद भी अब तक प्रथम फेज के कुछ भागों में नाला का निर्माण हो पाया है. प्रथम फेज के तहत रोजितपुर आउटलेट में पूरा बाजार ऐरिया का घर शामिल है. जिसमें केबी झा कॉलेज रोड, डीएस कॉलेज, दुर्गास्थान, गामी टोला समेत पूरा बाजार क्षेत्र के घरों से निकलने वाले नाले का गंदा पानी को उक्त जगह पर गिराया जाना है. अब तक कई जगहों पर कार्य अधूरा रहने की वजह से घरों के नाले का गंदा पानी सड़क पर बहते रहने से लोग परेशान हैं. दूसरे फेज के तहत काेसी प्रजेक्ट का ऐरिया शामिल है. जिसमें तेजा टोला, मैथिल टोला, ऑफिसर कॉलोनी समेत अन्य मोहल्ला शामिल है. तीसरे फेज के तहत कारी काेसी का ऐरिया शामिल है. जहां गौशाला, हवाई अड्डा समेत अन्य माेहल्ला शामिल है. जगह-जगह गढ्ढा कर छोड़ दिये जाने से आवागमन में परेशानी आमजनों की माने तो ड्रेनेज निर्माण कार्य के दौरान जगह-जगह गढ्ढा कर छोड़ दिये जाने के कारण आवागमन में परेशानी हो रही है. कई जगहों पर जक्शन प्वाइंट नहीं दिये जाने के कारण हल्की बारिश में जलजमाव की समस्या से लोगों को दोचार होना पड़ता है. कई जगहों पर सड़क के बीचों बीच नाला बनाकर छोड़ दिये जाने के कारण आमजन रात तो रात दिन में भी गिरकर घायल हो रहे हैं. खासकर दुर्गा स्थान से आगे जानेवाली सड़क पर सड़क के बीच में नाला का निर्माण कराये जाने के कारण लोग सकते में हैं. कहते हैं नगर आयुक्त पिछले माह उन्होंने नगर आयुक्त का पदभार ग्रहण किया है. कुछ दिनों तक अधिकार नहीं मिलने के कारण थोड़ी परेशानी हुई. विभाग से बुडको के लिए स्वीकृत राशि उपलब्ध कराया जायेगा. समस्या काे लेकर बुडको के अभियंता से भी अवगत हुए हैं. शीघ्र ही वित्तीय वर्ष 2024-25 में स्वीकृत राशि का आवंटन करने का प्रयास किया जायेगा. संतोष कुमार, नगर आयुक्त, कटिहार अतिक्रमण बन रहा निर्माण कार्य में बाधक प्रथम फेज के तहत सात किलोमीटर स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. कुल तीन फेज में शहर में 25 किलोमीटर स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज निर्माण कार्य जून 2025 तक पूरा करना है. पूर्व में जितनी राशि आवंटित की गयी थी. उस मद में कार्य पूरा कर लिया गया है. 204-25 वित्तीय वर्ष में स्वीकृत राशि आवंटन के बाद कार्य में गति आयेगी. संजय कुमार मिश्रा, परियोजना निदेशक, बुडको

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