राशि के अभाव में अटका है शहर में स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम निर्माण कार्य

दो वित्तीय वर्ष बीतने के बाद भी मात्र 22.5 करोड़ रुपये ही बुडको को निगम ने किया है भुगतान

By Prabhat Khabar News Desk | June 13, 2024 10:59 PM

सरोज कुमार, कटिहार. राशि के अभाव में शहर को जलजमाव से निजात दिलाने वाला स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज निर्माण काफी मंथर गति से सरक रहा है. नगर निगम आयुक्त की ओर जहां बुडको को अब तक बीस प्रतिशत कार्य के बदले राशि दिये जाने का दावा किया जा रहा है. दूसरी ओर कार्य करा रही बुडको ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में ही महज 22 करोड़, पांच लाख की राशि भुगतान किये जाने का दावा किया है. इस तरह दोनों के दावे प्रतिदावे के बीच शहर के लोगों को इस वर्ष भी बरसात के दिनों मेें होने वाली जलजमाव को लेकर अभी से डर सता रही है. मालूम हो कि पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने प्रतिवर्ष शहर से जलजमाव की समस्या से निजात दिलाने के लिए दो सौ बीस करोड़ की योजना के रूप में लाया गया था. बुडको के साथ 2022 में एकरार नामा किया गया. 2023 फरवरी से एप्रूवल मिलने के बाद कार्य को शुरू किया गया. बुडको के विभागीय कर्मचारियों की माने तो शहर में कुल 25 किलोमीटर स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज का निर्माण कार्य मई 2025 तक पूरा कर लेना है. निगम की ओर से राशि भुगतान नहीं होने से ड्रेनेज निर्माण कार्य मेंं देरी हो रही है. ऐसा विभागीय अभियंताओं का कहना है. विभागीय अभियंताओं की माने तो निगम द्वारा भुगतान 22 करोड, पांच लाख की राशि का खर्च 2023-24 में कर दिया गया है. अब तक 6.8 किलोमीटर तक निर्माण कार्य पूरा कर लिये जाने का दावा बुडको द्वारा की जा रही है. इस कार्य को तीन आउटफॉल में पूरा करना है. जिसमें रोजितपुर, कोसी प्रोजेक्ट, कारी कोसी आउटफाॅल शामिल है. अब तक प्रथम फेज के तहत रोजितपुर आउटफॉल में कार्य किया जा रहा है. जिसमें छह किलोमीटर आठ सौ मीटर कार्य पूरा कर लिया गया है. उसमें भी कहीं कहीं अतिक्रमण व मापी के अभाव में कार्य बाधित है.

बरसात के दिनों में इन मोहल्लों में जलजमाव का सता रहा डर

वार्ड के लोगों में रवि सिंह, राजकुमार साह, विक्रांत सिंह, राहुल कुमार समेत अन्य की माने तो कई वार्ड में बरसात के दिनों में होने वाले जलजमाव की समस्या को लेकर अभी से ही चिंतित हैं. खासकर दुर्गास्थान से महमूद चौक के बीच जलजमाव को लेकर लोग परेशान हो रहे हैं. ऐसा इसलिए कि इस पथ पर ड्रेनेज निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है. एमजी राेड, दुर्गास्थान चौक से लेकर बाटा चौक तक इस वर्ष जलजमाव की समस्या से निजात दिलाने का दावा किया जा रहा है. उनलोगों की माने तो अभी प्रथम फेज में बनने वाले तीन डीपीएस में महज एक डीपीएस को लेकर अनापत्ति प्रमाणपत्र मिल चुका है. शेष दो दुर्गास्थान चौक व डीएस कॉलेज में बनना है. इसका एनओसी अब तक अप्राप्त है.

प्रथम फेज के तहत छह सेक्शन में हो रहा कार्य

विभागीय अभियंता की माने तो प्रथम फेज के तहत रोजितपुर आउटफॉल का कार्य छह सेक्शन में किया जा रहा है. जहां अब भी कई जगहों पर कार्य मापी व अतिक्रमण की वजह से बाधित है. कृषि फॉर्म, कृषि विज्ञान केन्द्र में कार्य, बाटा चौक से दुर्गास्थान तक कार्य पूरा हो गया है. करीब 55-60 मीटर कार्य होना शेष है. महमूद चौक से परतैली चौक का कार्य प्रगति पर है. दो सौ मीटर के लिए चौधरी मोहल्ले में कार्य शुरू किया गया है. जो मंथर गति से चल रहा है. शहीद चौक से शिवमंदर चौक, शिवमंदिर चौक से अड़गडा चौक होते हुए कृषि फॉर्म, कृषि फॉर्म से लेकर कृषि विज्ञान केन्द्र तक कार्य नहीं हुआ है. अतिक्रमण की वजह से शहीद चौक से कृषि फॉर्म तक कार्य नहीं हुआ है. दुर्गास्थान चौक तक महमूद चौक तक कार्य नहीं हुआ है. महमूद चौक से लेकर इमलीगाछ चौक तक कार्य चल रहा है. अतिक्रमण रहने के कारण मापी भी नहीं हो पाया है. केबी झा कॉलेज से दुर्गास्थान चौक तक अतिक्रमणकारियों का कब्जा है. जबकि लालकोठी से लेकर बेथल मिशन चर्च तक कार्य नहीं हो पाया है.

अब तक ड्रेनेज निर्माण का बीस प्रतिशत कार्य पूरा

बुडको द्वारा अब तक शहर में बन रहे ड्रेनेज कार्य का पांचवें हिस्सा का कार्य पूरा कर लिया गया है. करीब छह किलोमीटर कार्य के बदले सभी राशि भुगतान करा दिया गया है. शेष का आवंटन होते ही एजेंसी को भुगतान करा दिया जायेगा. अतिक्रमणकारियों की वजह से कार्य प्रभावित हो रही है. नोटिस जारी कर अतिक्रमण खाली कराने के लिए निर्देश दिया गया है.

कुमार मंगलम, नगर आयुक्त

अब तक 6.8 किलोमीटर कार्य पूरा, मई 2025 में तक 25 किलोमीटर होना है कार्य

अब तक निगम की ओर से दो वित्तीय वर्ष पूर्व महज 22 करोड़ पांच लाख की राशि दी गयी थी. जिसके एवज में कार्य करा लिया गया है. किये गये कार्य के बराबर भी राशि भुगतान नहीं किया गया है. कई जगहों पर अतिक्रमण कार्य में बाधा बन रही है. निगम को बार- बार पत्राचार किया गया है. जून 2025 तक हर हाल में कार्य पूरा कर लेना है.

संजय कुमार मिश्रा, परियोजना निदेशक बुडको

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version