बिजली आपूर्ति बाधित रहने से सदर अस्पताल में एक्सरे, ब्लड जांच प्रभावित
ओपीडी में पहुंचे दर्जनों मरीजों का नहीं हो सका एक्सरे, निराश होकर लौटे
कटिहार. बिनोदपुर पावर सब स्टेशन क्षेत्र की बिजली आपूर्ति शनिवार को बाधित रहने के कारण इसका सीधा असर सदर अस्पताल कि स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी पड़ा. बिजली बाधित रहने के कारण सदर अस्पताल में पूरे दिन अंधेरा छाया रहा. यहां तक की मरीज को सदर अस्पताल में अपना जांच कराये बगैर घर वापस लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा. एक तरफ जहां शनिवार को सुबह से सिविल विद्युत बाधित रही. दूसरी तरफ 100 बेड बने भवन में जनरेटर सप्लाई लाइट देने वाली जनरेटर भी खराब पड़ गयी. जिस कारण से अस्पताल में पूरी तरह से अंधेरा छाया रहा. जिससे मरीजों को काफी परेशानी उठाई पड़ी. दरअसल एक साल से ऊपर सदर अस्पताल के नए भवन में स्वास्थ्य व्यवस्था शिफ्ट होने के बाद भी 24 घंटे बिजली की व्यवस्था अब तक नहीं हो पाई है. अभी भी सदर अस्पताल की कई सारी व्यवस्था सिविल लाइट के भरोसे ही चल रही है. शनिवार को बिजली आपूर्ति बाधित रहने के कारण पूरे दिन सदर अस्पताल में एक्सरे जांच की व्यवस्था पूरी तरह से बाधित रही. सुबह से मरीज डॉक्टर से अपनी जांच कराने के बाद एक्सरे कराने के लिए सदर अस्पताल में बिजली आने का इंतजार करते रहे. आखिरकार जब बिजली नहीं आई तो घर वापस लौट गये. दोपहर के 1:00 बजे तक 38 मरीज एक्सरे करने के लिए अपना नंबर लगाए हुए थे. लेकिन बिजली के नहीं रहने से एक्स-रे मशीन बंद पड़ा रहा. जिस कारण से मरीज का एक्सरे नहीं हो पाया. दूसरी तरफ ब्लड जांच को लेकर भी शनिवार के दिन सिर्फ मरीजों का ब्लड सैंपल ही लिया गया. बिजली नहीं रहने के कारण लैब का कार्य पूरी तरह से ठप रहा. यहां तक की इमरजेंसी वार्ड जनरल वार्ड में भी अंधेरा छाया रहा. मरीज अंधेरे में रहने के लिए विवश हो गये. इमरजेंसी में इनवर्टर तथा कुछ स्थानों पर इनवर्टर की सप्लाई रहने के कारण दोपहर तक रोशनी रही. लेकिन शाम होते-होते इनवर्टर बैटरी ने भी जवाब दे दिया. जिस कारण से हर तरफ अंधेरा छाया रहा. बता दें कि सदर अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था पिछले कटिहार दिवस के मौके पर शिफ्ट की गयी थी. लेकिन एक साल से ऊपर बीतने के बावजूद भी अब तक 24 घंटे बिजली सदर अस्पताल में सप्लाई हो सकें. इसको लेकर इंतजाम नहीं हो पाया है. 24 घंटे बिजली बहाल को लेकर विगत कुछ महीने पहले जिला पदाधिकारी के अंतर्गत टेंडर की प्रक्रिया शुरू की गई थी. लेकिन वह अभी ठंडा बस्ते में चला गया है. अभी तक प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण अस्पताल की अधिकांश बिजली व्यवस्था सिविल लाइट के भरोसे ही चल रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है