कटिहार. हृदयगंज स्थित जयमाला शिक्षा निकेतन में प्रसिद्ध कथा वाचिका दीदी श्याम किशोरी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपलोगों को मोबाइल से दूरी बनाये रखना जरूरी है. यदि आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हैं तो मोबाइल से अलग रहना पड़ेगा. विद्यालय आने से पूर्व अपने सारे होमवर्क, कॉपी, कलम, किताब को चेक करके ही घर से प्रस्थान करना चाहिए. जिस तरह से योद्धा युद्ध लड़ने से पहले अपने अस्त्र-शस्त्र गोला बारूद का जांच कर लेता है. ठीक उसी प्रकार आपको विद्यालय में युद्ध लड़ने के लिए आते हैं. यह युद्ध आपके साथियों के बीच है. इसमें गोला बारूद अस्त्र-शास्त्र की जरूरत नहीं होती बल्कि मानसिक युद्ध होता है. उन्होंने नैतिकता का पाठ पढ़ाते हुए कहा की विद्यालय आने से पूर्व अपने घर के सभी बड़ों का पेर छूकर प्रणाम करके विद्यालय आना चाहिए. ठीक उसी तरह विद्यालय प्रवेश द्वार को प्रणाम करके ही विद्यालय में प्रवेश करना चाहिए. क्योंकि विद्यालय सबसे बड़ा मंदिर है. जहां आप अपने जीवन के उद्देश्यों की प्राप्ति करते हैं. विद्यालय ऐसी पवित्र स्थल है. जहां हमलोग अपने जीवन जीने के तरीकों का ज्ञान प्राप्त करते हैं. विद्यालय जैसे पवित्र स्थल को कलंकित करने वाले लोग जीवन में कभी शांति समृद्धि और उन्नति प्राप्त नहीं कर सकते. इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक डॉ एस के सुमन ने दीदी को पुष्प गुच्छ और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया. बच्चों की संबोधित करते हुए डॉ सुमन ने कहा यदि आपलोग दीदी की सभी बातों को अपने जीवन में अनुसरण कर लेते हैं तो आपके जीवन में किसी भी प्रकार की समस्याएं नहीं होगी. विद्यार्थियों का परम कर्तव्य है कि अपने माता-पिता के साथ साथ अपने गुरु का भी पूर्ण सम्मान करें. मौके पर विद्यालय के शिक्षक अजय निराला, बीके वर्मा, नवरोत्तम झा, मिथिलेश सिंह, मिथिलेश झा, तनवीर आलम, कमरुल हक, छोटू राजा, सिमरन गौतम, नेहा कुमारी, पूजा कुमारी, खुशबू कुमारी, सीमा कायस्कर, सलोनी पंडित, त्रिलोकी मंडल, राज कुमार, मोनालिसा सिंह, अन्नु श्री, पिंकू चटर्जी आदि मौजूद रहे.
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