छठ पूजा को लेकर सूप व टोकरी निर्माण कार्य में आयी तेजी

महादलित बस्तियों में टोकरी व सूप बनाने वाले कारीगर लगातार कर रहे हैं काम

By Prabhat Khabar News Desk | October 20, 2024 10:47 PM

कोढ़ा. लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा के मद्देनजर टोकरी व सूप डाला के निर्माण कार्य में तेजी आ गयी है. प्रखंड क्षेत्र के महादलित बस्तियों में टोकरी व सूप बनाने वाले कारीगर निर्माण कार्य में युद्ध स्तर पर जुटे हुए हैं. निर्माण कार्य से जुड़े कारीगरों का कहना है कि छठ पर्व के मौके पर बांस से बने सामग्रियों की मांग काफी बढ़ जाती है. जिस कारण हमलोग अभी से ही सूप, डाला टोकरी, दउरा आदि बनाकर जमा कर रहे हैं. ताकि ऐन मौके पर छठ व्रतियों के मांग को पूरा किया जा सके. जबकि सूप डाला से जुड़े व्यवसाइ भी अभी से ही निर्माणकर्ता से खरीद कर स्टॉक करने लगे हैं. इस व्यवसाय से जुड़े व्यापारियों का मानना है कि छठ पर्व में बांस से बने सामग्रियों की मांग बहुत ज्यादा होती है. इसलिए जमा करना लाजमी है. प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर एक खास समुदाय के लोग बांस कृषकों से बांस खरीद कर सुप, डाला, टोकरी का निर्माण कर रहे हैं. हालांकि इस वर्ष बांस के कीमतों में भी इजाफा हो गया है. बावजूद इसके खास समुदाय के लोग सूप, डाला निर्माण का कार्य तीव्र गति से कर रहे हैं. सुप, टोकरी के निर्माण कर रहे समुदाय के लोगों ने बताया कि छठ के मौके पर अच्छी खासी बिक्री हो जाने के कारण दो पैसा कमा लेते हैं. वरना आजकल तो आमदिनों के उपयोग के लिए प्लास्टिक से बने सूप और टोकरी का प्रचलन बढ़ जाने के कारण हमलोगों का पुश्तेनी धंधा मंदा हो गया है. हालांकि जब लग्न शुरू होता है तो शादी विवाह के मौके पर डाला आदि का मांग बढ़ जाता है. क्योंकि कुछ खास अवसर पर बांस से निर्मित सामग्रियों का महत्व आज भी बरकरार है. निर्माण से जुड़े लोगों ने बताया कि अभी वर्तमान में अच्छे बांस की कीमत 120 रुपये से लेकर 150 रुपया तक हो जाने के कारण टोकरी सूप डाला की कीमतों में भी बढ़ोतरी होगी. तभी हमें कुछ लाभ हो सकता है. वैसे आम दिनों में हमलोगों को गांव मोहल्ले में जाकर हस्तकला निर्मित सामान बेचकर अपना रोजी-रोटी कमाते हैं. कुछ छठ व्रती अभी से ही सूप डाला व टोकरी खरीद कर अपने घरों में सुरक्षित रख रहे हैं. छठ पर्व के नजदीक आते ही कीमतों में उछाल आ जाता है.

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