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महिला सिपाही प्रभा हत्याकांड में तीन पुलिस कर्मी बर्खास्त

महिला सिपाही प्रभा भारती हत्याकांड में पुलिस कप्तान के निर्देश पर गठित पुलिस टीम ने जांच के दौरान पाया गया कि थाना में प्रतिनियुक्त तीन सिपाहियों ने लाइनर का काम किया था. इसे लेकर तीनों सिपाही को बर्खास्त कर दिया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 24, 2024 9:53 PM

कटिहार. महिला सिपाही प्रभा भारती हत्याकांड में पुलिस कप्तान के निर्देश पर गठित पुलिस टीम ने जांच के दौरान पाया गया कि थाना में प्रतिनियुक्त तीन सिपाहियों ने लाइनर का काम किया था. इसे लेकर तीनों सिपाही को बर्खास्त कर दिया गया है. इस संदर्भ में एसपी जितेंद्र कुमार ने कहा कि प्रभा भारती हत्याकांड में जो भी दोषी हैं. उसके विरुद्ध पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी. तीन पुलिस कर्मी की बर्खास्तगी के बाद अब भी कई पुलिसकर्मी और अधिकारियों की भूमिका की जांच चल रही है.

अपराध की विरुद्ध जीरो टॉलरेंस के तहत तीन सिपाही बर्खास्त

कटिहार में महिला सिपाही प्रभा भारती हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई हुई है. एसपी जितेन्द्र कुमार ने कार्रवाई करते हुए इस मामले में सिपाही/530 राहुल कुमार, सिपाही/1144 नदीम असरफ, महिला सिपाही/1139 शिवानी कुमारी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है. बताते चलें कि चार फरवरी 2023 को कोढ़ा थाना क्षेत्र के डिघड़ी के पास ऑटो से लौट रही महिला सिपाही प्रभा भारती को अपराधियों ने सिर पर गोली मार कर हत्या कर दी थी. इस मामले में तीनों सिपाही पर आरोप था कि अपने घर मुंगेर से पुलिस लाइन में तैनात प्रभा भारती के लौटने के दौरान हत्या के आरोपित हसन और उसके साथियों को इन तीनो ने ही लोकेशन साझा किया था. जिस कारण हत्यारों ने आसानी से अकेला पाकर सिपाही प्रभा को मौत के घाट उतार दिया था. सिपाही प्रभा भारती की हत्या से पुलिस महकमा में खलबली मच गयी थी. वहीं कुछ लोग हत्या का कारण प्रेम-प्रसंग बता रहे थे, तो कुछ लव जिहाद.

वर्दी वालों ने ही लाइनर का काम कर अपनी साथी की करायी थी हत्या

महिला सिपाही हत्याकांड में विभागीय जांच मे वर्दी वालों की भूमिका संदेहास्पद रही. टीम में मौजूद अधिकारियों ने जब घटना की जांच की तो उसमें वर्दी वाले ही लाइनर निकले. शिवानी राहुल और नदीम ने ही प्रभा की हत्या मैं लाइनर का काम किया था. जिस कारण हसन अपने सहयोगी के साथ उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी. चर्चा यह भी है कि जांच पूरी होने के बाद इस हत्याकांड के संलिप्त कई पुलिस पदाधिकारी व कर्मी का नाम सामने आ सकता है. बताते चले महिला सिपाही प्रभा के परिजनों ने प्रभा की मौत के बाद ही आरोप लगाया था कि हसन द्वारा प्रभा को टॉर्चर किये जाने के संबंधित आवेदन उन्होंने हत्या से पहले तत्कालीन महिला थानाध्यक्ष सुजाता कुमारी और तत्कालीन सहायक थाना रविन्द्र कुमार को दिया था. लेकिन संबंधित थाना के दोनों अधिकारियों ने मृतक महिला सिपाही के आवेदक को गंभीरता से नहीं लिया था.

कहते हैं एसपी

उक्त तीनों पुलिस कर्मियों को विभागीय कार्रवाई के संचालन के पश्चात् दोषी पाये जाने पर सेवा से बर्खास्त किया गया है. मामले की जांच जारी है, ऐसे में इस कांड में जो भी पुलिस पदाधिकारी व कर्मी दोषी पाये जायेंगे उन्हें बख्शा नहीं जायेगा.

जितेंद्र कुमार, एसपी, कटिहार

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