दो बाइकों की टक्कर में तीन गंभीर रूप से घायल
दुर्घटना में घायल सभी लोगों को ग्रामीणों ने अस्पताल में कराया भर्ती
बरारी. दो बाइक की टक्कर में एक बाइक पर सवार तीन की हालत गंभीर बनी हुई है. तीनों घायलों को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर किया गया. टक्कर मारने वाले बाइक सवार पवन कुमार सिंह कोढ़ा निवासी को ग्रामीणों ने पुलिस के हवाले कर दिया. घायल मरीज पायल कुमारी पिता विजय शर्मा, सपना कुमारी पिता अर्जुन राम, शिवम कुमार पिता अरविंद राम का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरारी में डॉ एमएच रहमान सहयोगी विनोद राम ने प्राथमिक उपचार कर बताया हेड इंजूरी है. गंभीर स्थिति को देख हायर सेन्टर रेफर किया गया. जानकारी के अनुसार, रौनिया गांव निवासी अरविंद राम का पुत्र शिवम कुमार बाइक पर पायल कुमार व सपना कुमारी को काढ़ागोला रेलवे स्टेशन ट्रेन पर चढ़ाने रौनिया गांव से सोमवार की सुबह निकला. विपरीत दिशा से तेज बाइक सवार पवन कुमार सिंह अनियंत्रित होकर शिवम की बाइक में जोरदार टक्कर मारी. जिससे रौनिया के तीनों बाइक सवार सड़क पर गिर गये. गंभीर स्थिति देख गांव वालों ने उसे सीएचसी बरारी भेजा. टक्कर मार भाग रहे पवन कुमार को ग्रामीण टिंकु यादव, पप्पू शर्मा ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया. घटना पर पहुंचे बरारी थाना के पुअनि गौरव कुमार दल बल घटना की जानकारी ली. आरोपित को पुलिस थाने ले गयी. तीनों घायलों का उपचार जारी है. समाचार प्रेषण तक थाना में आवेदन अप्राप्त था.
गुजरात में छत से गिरकर मजदूर की मौत, शव पहुंचते ही मचा कोहराम
रोजगार की तलाश में प्रदेश गये मजदूरों की मौत का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है. निस्ता पंचायत के वार्ड तीन नेकुला निवासी दिलदार हुसैन 23 वर्ष की मौत गुजरात में भवन निर्माण के दौरान छत से गिरने से हुई है. मृतक छह माह पहले ही रोजगार के लिए गुजरात गया था. वह बूढी मां का आखिरी सहारा था. प्रदेश में कमा कर घर का खर्च चलाता था. बचपन में ही उनके पिता की असमय मौत हो गयी थी. इस घटना पर बुढ़ी मां का रो-रोकर बुरा हाल है. परिजनों ने बताया की शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को गांव लाने के बाद सोमवार को सुपुर्द ए खाक किया गया. इस तरह की दुखद समाचार से मानों परिजनों को झकझोर दिया है. मां रो-रो कर कहने लगी की अब घर परिवार का खर्च कौन उठायेगा. मृतक की शादी की मंगनी हो चुकी थी. तीन माह बाद शादी होनी थी. घटना की सूचना पर मुखिया अख्तर आलम ने शोकाकुल परिवार से मिल कर इस दुख की घड़ी में हिम्मत बढ़ाते हुए बिहार सरकार से आपदा फंड से दस लाख की सहायता राशि देने की मांग की है. साथ ही कंस्ट्रक्शन कंपनी को उचित मुआवजा देने की मांग की. उन्होंने कहा की मजदूरों का पलायन रोकने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने की जरूरत है. प्रत्येक वर्ष इस तरह की दुर्घटना से क्षेत्र के दर्जनों लोगों की असमय मौत होती है. इस पर बिहार सरकार को गंभीरता से विचार करने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है