नॉर्थ ईस्टर्न बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने एनएफ रेलवे, मालीगांव के सीसीएम को पत्र लिखकर कटिहार से सूरत वाया नयी दिल्ली ट्रेन चलाने की मांग की है. चेंबर अध्यक्ष सह विधान पार्षद अशोक अग्रवाल के निर्देश पर लिखे पत्र की जानकारी देते हुए महासचिव भुवन अग्रवाल ने कहा कि एनएफ रेलवे का मुख्यद्वार कटिहार रेलवे स्टेशन, कटिहार पार्सल तथा गुड्स रैक पॉइंट की वार्षिक आय (एनुअल अर्निंग) सर्वाधिक संतोषजनक है. कटिहार के थोक एवं खुदरा कपड़ा व्यवसायियों का करोड़ों का कारोबार होने के बावजूद कटिहार रेल मंडल के व्यवसायी आज भी मूलभूत यात्री सुविधाओं से वंचित है. कटिहार से पूरे सीमांचल और मिथिलांचल का व्यापारिक रिश्ता काफी गहरा है. लेकिन, कटिहार जंक्शन से सूरत वाया नई दिल्ली सीधा रेल संपर्क नहीं रहने से कारोबार पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है. रेलवे को भी लाखों रुपये राजस्व का घाटा हो रहा है. महासचिव ने रेल से जुड़ी मांगों की ओर ध्यान ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा है कि कटिहार जंक्शन से सूरत वाया नई दिल्ली एक भी मेल-एक्सप्रेस ट्रेन (अप और डाउन) नहीं होना कटिहार एवं आसपास के तमाम कपड़ा व्यवसायियों और रेल उपभोक्ताओं की उपेक्षा है. कटिहार से सूरत तक एक जोड़ी सीधी मेल-एक्सप्रेस वातानुकूलित ट्रेन की मंजूरी दी जाय. यह मांग डीआरयूसीसी और जेढआरयूसीसी के स्तर से भी होती रही है. कटिहार स्टेशन का प्लेटफार्म संख्या- 01, 02 एवं 03 से कटिहार पार्सल गोदाम-सह-कार्यालय तक हेड लोड और ठेला लोड का एकमात्र उपरी फूट ओवरब्रिज साधन है. जिस पर आवागमन के लिए पार्सल गोदाम-सह-कार्यालय के नजदीक सीढ़ी का निर्माण की मांग स्थानीय रेल उपभोक्ताओं एवं पार्सल कुलियों की वर्षों पुरानी है. इसके अभाव में स्टेशन प्लेटफार्मों तक आवागमन के समय हेड लोड एवं ठेला चालक कुलियों को हाई पावर इलेक्ट्रिक तार का जानलेवा खतरा बरसात के मौसम में ज्यादा बना रहता है. फूट ओवरब्रिज से पार्सल मेन गेट तक एक सीढ़ी की आवश्यकता महसूस की जा रही है. महासचिव ने व्यवसायियों की सुविधा और रेल राजस्व में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए मांगों की पूर्ति करवाने की मांग की है.
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