कटिहार. जिला संयुक्त कृषि कार्यालय परिसर में संचालित दस दिवसीय एससीएसपी योजना अंतर्गत जूट से सम्बंधित प्रशिक्षण के अंतिम दिन आईसीएआर नीनफीट कोलकाता से आये डॉ विद्याभूषण शंभू एवं प्रधान वैज्ञानिक रमाकांत मिश्रा द्वारा प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण से जुड़ी बुनयादी सवाल से प्रशिक्षुओं द्वारा जवाब नहीं दिये जाने के बाद जमकर क्लास ली गयी. इस दौरान कोलकाता से आयी मास्टर ट्रेनर की फजिहत हुई. दोनों वैज्ञानिकों द्वारा उपपिरयोजना निदेशक के कार्यालय के समीप बरामदे पर ही बनानेवाली सामग्रियों के लिए उपयोग होनेवाली सामानों की पूछताछ की गयी. जिसके बाद सभी प्रशिक्षुओं के द्वारा जवाब नहीं दिये जाने पर सभी के सिर व आंख नीचे की ओर झूक गये. उनलोगों ने तरह तरह के सवाल पूछे लेकिन बीस प्रशिक्षुओं में सही जवाब नहीं दिया गया. इसके बाद वैज्ञानिकों द्वारा पूछे गये सभी सवालों का जवाब खुद वैज्ञानिकों द्वारा दिये जाने के बाद मास्टर ट्रेनर ने भी जवाब को दिया तब जाकर प्रशिक्षुओं द्वारा हां में हां मिलाया गया. इससे नाराज वैज्ञानिकों ने कई तरह की अन्य जानकारी उपलब्ध करायी गयी. मामले को बिगड़ता देख उपपरियोजना निदेशक एसके झा द्वारा चैप्टर को बदलते हुए दोनों वैज्ञानिकों को डीएओ के कार्यालय कक्ष में लेकर चलते बने. तब जाकर प्रशिक्षुओं व मास्टर ट्रेनर को जी में जी आया. जिसके बाद से कर्मचारियों व पदाधिकारियों में दस दिवसीय प्रशिक्षण को लेकर कई तरह के चर्चा होने लगी.
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