सालमारी में हज यात्रियों को दी गई यात्रा की जानकारियां
सालमारी में हज यात्रियों को दी गई यात्रा की जानकारियां
बलिया बेलौन जामे मस्जिद अबु बकर सालमारी में एक दिवसीय हज यात्रियों के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन रविवार को किया गया. राज्य हज कमेटी के मास्टर ट्रेनर डॉ अनवार आलम गुलाब ने जानकारी देते हुए बताया कि इस साल कटिहार जिले से 105 पुरुष और 70 महिला हज के लिए मक्का शरीफ व मदीना शरीफ जा रहे हैं. हज यात्रियों की फ्लाइट का अभी समय निर्धारित नहीं हुआ है. सभी हज यात्रियों को मनेनजाइटिस व इन्फ्लुएन्जा का टीका लगाना जरूरी है. अगला जिला स्तरीय कैम्प कटिहार में लगेगा. तीसरा कैंप बारसोई में लगेगा. इस कैंप में सभी हज यात्रियों को प्रशिक्षण प्रमाणपत्र दिया जायेगा. इस साल हज के दौरान प्रमाण पत्र साथ रखना जरूरी है. कैंप का आगाज हाफिज रफीक आलम के द्वारा तिलावते कुरआन ए पाक से की गयी. आजमीन ए हज को हज की सही अदायगी के लिए प्रो हाजी शमसुज्जोहा ने जानकारी देते हुए हज और उमरा के अरकान के बारे बताया की इस्लाम के पांच रूकन में से एक रूकन हज है. अहले निशाब पर हज वाजिब है. एहराम बांधने के साथ हज का अरकान शुरू हो जाता है. हज के दौरान मक्का शरीफ व मदीना शरीफ की जियारत की जाती है. इस दौरान खाने काबा का तौवाफ, शफा और मरवा का चक्कर, सर के बालों का मुंडन, शैतान को कंकर मरना जरूरी रूकन है. हाजी मौलाना शाहिद हुसैन, हाजी मुनईम कमाली, हाफीज इमदादुल हक कासमी ने हज की बारिकियों की जानकारी देते हुए बताया की हज के दौरान दुनिया भर से लाखों लोग हज की अदायगी के लिए जमा होते हैं. इस भीड़ में सभी रूकन का सही तरह से अदा करना वाजिब है. एक भी रूकन छुट जाय तो हज मुकम्मल नहीं होगा. तरतीबी कैंप का सफल आयोजन के लिए डॉ ए अली, पूर्व मुखिया ओबेदुल बारी, प्रो शमसुज्जोहा, हाजी मुनईम कमाली, हाफीज इमदादुल हक कासमी, डॉ अफजालुल बारी, हामीद शम्सी, हाजी वासिक, मिन्हाजुल बारी, अनसार आलम आदि का सराहनीय सहयोग रहा.
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